धर्मं डेस्क. वास्तु शास्त्र भारत में उत्पन्न वास्तुकला की एक पारंपरिक भारतीय प्रणाली है. भारत में मुख्य रूप से हिन्दू वास्तु शास्त्र के अनुसार ही अपने घर की व्यवस्था करते है. कारोबार में उन्नति के लिये कई लोग दक्षिण दिशा में दर्पण लगाने की सलाह देते हैं, लेकिन वास्तु शास्त्र के अनुसार ये ठीक नहीं है. आइये वास्तु शास्त्र में आज आचार्य इंदु प्रकाश से जानते हैं घर में दक्षिण दिशा में शीशा रखने के बारे में…
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उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर की दिशा माना जाता है और दक्षिण दिशा में दर्पण लगाने से उत्तर से आने वाला प्रतिबिम्ब दर्पण में दिखाई देगा, जो कि ठीक नहीं है।
चूंकि दक्षिण दिशा के स्वामी यम हैं, इसलिए यहां दर्पण लगाने से कुबेर का लाभ नहीं मिल पायेगा।
इसके साथ ही आपको बता दूं कि घर में कभी भी बहुत भारी, नुकीला या जिसका किनारा टूटा फूटा हो, ऐसा दर्पण या शीशा नहीं लगाना चाहिए।
साथ ही तिकोना, यानी तीन कोनों वाला शीशा भी नहीं लगाना चाहिए। इससे निगेटिविटी बढ़ती है ।