देहरादून। उत्तराखंड एटीएस से अब महिला कमांडो का दस्ता जुड़ गया है। इस दस्ते में 32 महिलाएं हैं। मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने पुलिस लाइन देहरादनू में उत्तराखंड की महिला कमांडो फोर्स एवं स्मार्ट चीता पुलिस का शुभारम्भ किया।
इस अवसर पर मुख्यमंत्री ने कमांडो प्रशिक्षक शिफू शौर्य भारद्वाज, सैन्य अधिकारी रूबीना काॅर्की, पीटीसी नरेन्द्र नगर के प्रशिक्षक हितेश कुमार, कमांडो निरीक्षक नीरज कुमार एवं प्रशिक्षित महिला पुलिस कमांडो को सम्मानित किया। मुख्यमंत्री ने कहा कि उत्तराखंंड पुलिस के दस्ते में महिला कमांडो का दस्ता जुड़ गया है।
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सीएम ने कहा कि उत्तराखंड देश का चौथा राज्य बन गया है, जहां पुलिस विभाग में महिला कमांडो का दस्ता तैयार किया है। उन्होंने कहा कि महिला पुलिस कमांडो को बेहतर प्रशिक्षण दिया गया है। कमांडो को प्रशिक्षण देने वाले शिफू शौर्य भारद्वाज का आभार व्यक्त करते हुए मुख्यमंत्री ने कहा कि उन्होंने मात्र एक आग्रह पर यह प्रशिक्षण दिया, यह प्रशिक्षण उनके द्वारा निःशुल्क दिया गया। किसी भी विद्या में पारंगत होने का सबसे बड़ा उद्देश्य आत्मसुरक्षा होना चाहिए। विद्या का सदुपयोग होना जरूरी है, विद्या के ज्ञान के साथ ही चपलता का होना भी जरूरी है।
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि आत्मसुरक्षा जरूरी
मुख्यमंत्री त्रिवेन्द्र सिंह रावत ने कहा कि स्कूलों व काॅलेजों में पढ़ने वाली बेटियों को भी प्रारम्भिक आत्मसुरक्षा के गुर सिखाने जरूरी है। बेटियों को मोटिवेशन देना जरूरी है। यह समाज की आवश्यकता है। पढ़ाई के दौरान उन्हें आत्मसुरक्षा से संबंधित जानकारी हो। हमारा प्रयास है कि आने वाले समय में प्रदेश में हम बेटियों को आत्म सुरक्षा की दृष्टि से प्रशिक्षित करें। इन 22 प्रशिक्षित महिला कमाण्डो की भूमिका इस दृष्टि से और अधिक बढ़ जाती है,इस तरह के अन्य संगठनों का सहयोग लेकर आने वाले भविष्य में इसके लिए अधिकारियों को योजना बनाने को कहा गया है, ताकि इस तरह का एक बहुत बड़ा प्रशिक्षण कार्यक्रम राज्य में चलाया जा सके।