यूपी में बिना अनुमति मुख्य सचिव कार्यालय का घेराव करने वाले 24 सचिवालय कर्मियों के खिलाफ सरकार ने कार्रवाई शुरू कर दी है। इस मामले में एक समीक्षा अधिकारी को निलंबित कर दिया गया है तथा 23 को कारण बताओ नोटिस जारी कर स्पष्टीकरण तलब किया गया है।
सचिवालय के कुछ समीक्षा अधिकारियों ने 9 दिसंबर को पदोन्नति की मांग को लेकर मुख्य सचिव कार्यालय के सामने धरना प्रदर्शन किया था। सचिवालय प्रशासन विभाग ने बिना विभागीय अनुमति लिए धरना प्रदर्शन को अनुशासनहीनता व स्वेच्छाचारिता करार दिया है। इन कर्मियों पर यह भी आरोप लगाया है कि कोर्ट में लंबित प्रकरण में धरना-प्रदर्शन कर अनावश्यक दबाव डालने, सरकारी कार्य में व्यवधान डालने की कोशिश की गई। कोविड नियमों के अंतर्गत सोशल डिस्टेंसिंग का भी उल्लंघन किया गया।
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विशेष सचिव सचिवालय प्रशासन अरुण प्रकाश ने धरना प्रदर्शन का नेतृत्व करने के आरोप में उद्यान विभाग में समीक्षा अधिकारी अरुण कुमार श्रीवास्तव को निलंबित कर अनुशासनिक करवाई शुरू कर दी है। अन्य 23 समीक्षा अधिकारियों को कारण बताओ नोटिस जारी कर 15 दिन में स्पष्टीकरण तलब किया है।
नोटिस पाने वाले समिखा अधिकारियों की सूची
सीमा गुप्ता, सूर्य प्रकाश पांडेय, संजीव शर्मा, धर्मेंद्र प्रताप सिंह, सुरेश अरोड़ा, जय प्रकाश सिंह, सुधा सिंह, प्रेम चंद्र, रजनीश कुमार गौड़, अरुण कुमार, सूर्य नारायण पांडेय, विजय प्रकाश, विनय कुमार राय, विष्णु श्रीवास्तव, संजीव रत्न मालवीय, कृपा शंकर तिवारी, हरि शंकर नाथ तिवारी, रमेश कुमार, प्रदीप श्रीवास्तव, अमृत सिंह यादव, किशोर टंडन, रवींद्र कुमार चौहान, चंदन कुमार।