रामपुर(मुजाहिद खाँ)। जिला पंचायत सदस्य एवं जल प्रबंधन समिति के अध्यक्ष मुस्तफा हुसैन ने मिलकखानम क्षेत्र के डिलारी और गज्जूपुरा में वैक्सीन लगाने से 10 पशुओं की मौत पर चिंता व्यक्त की है और पशु चिकित्सा विभाग की लापरवाही बताते हुए उच्च स्तरीय जांच कराकर दोषियों के विरुद्ध कार्यवाही करवाये जाने की मांग की है।
मुस्तफा हुसैन ने जिलाधिकारी व मंडलायुक्त को भेजे पत्र में कहा कि रामपुर जिले में पशु चिकित्सा विभाग की लापरवाही के चलते 30 सितम्बर को मिलकखानम थाना क्षेत्र के गांव डिलारी व गज्जुपुरा गांव में पशुओं को गलघोंटू जानलेवा बीमारी से बचाने के लिए किसानों ने वैक्सीन लगवाई थी।
यह वैक्सीन राजकीय पशु चिकित्सालय मिलकखानम के रिटायर्ड सफाई कर्मी द्वारा लगाई गई जो अस्पताल में ही अनाधिकृत तौर पर कार्य करता है। दोनों गांवो में 16 पशुओं को वैक्सीन लगाई गई। इसके बाद रात में किसी समय पशुओं की हालत बिगड़ने लगी। डिलारी में गुलजार सिंह की चार गायों की एक के बाद एक मौत हो गई।
चिकित्सक को बुलाया तब तक दस पशुओं की मौत हो गई और आधा दर्जन पशु जिंदगी और मौत के बीच जूझ रहे हैं। पशुओं की मौत से किसानों में चिकित्सक के खिलाफ आक्रोश है।
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मुस्तफा हुसैन ने कहा कि गोवंशीय व महेशवंशीय पशुओं में बरसात के सीजन में गलघोटू नामक जानलेवा बीमारी पैर पसार जाती है। जिसके चलते पशुपालकों को बरसात के सीजन में भारी नुकसान उठाना पड़ता है। बरसात के सीजन में पशुओें को गलघोटू बीमारी से बचाव के लिए शासन के आदेश पर निशुल्क टीकाकरण की व्यवस्था की गई है, लेकिन रामपुर जिले में शासनादेशों की अनदेखी कर पशु चिकित्सा विभाग लापरवाही बरत रहा है जो बहुत ही चिंता का विषय है। इस प्रकरण की उच्च स्तरीय जाँच होना चाहिए।