मुंबई| रिजर्व बैंक के गवर्नर शक्तिकांत दास ने शुक्रवार को कहा कि डिजिटल बैंकिंग में लोगों का भरोसा बनाये रखने के लिए एचडीएफसी बैंक के ऊपर कार्रवाई की गई। उन्होंने इस बात पर भी जोर दिया कि प्रौद्योगिकी के मोर्चे पर बैंकों को अधिक निवेश करने की जरूरत है।
एचडीएफसी बैंक की डिजिटल सेवाओं में हाल ही में आईदिक्कतों समेत पिछले दो साल के दौरान कई बार आये व्यवधान के मद्देनजर रिजर्व बैंक ने बृहस्पतिवार को एचडीएफसी बैंक के ऊपर कार्रवाई की। निजी क्षेत्र के सबसे बड़े बैंक को फिलहाल डिजिटल सेवाओं के विस्तार तथा नया क्रेडिट कार्ड जारी करने से रोक दिया गया है।
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दास ने कहा कि भारतीय स्टेट बैंक (एसबीआई) की डिजिटल बैंकिंग सेवाओं में हाल ही में आये व्यवधान को लेकर भी नियामक अध्ययन कर रहा है। दास ने मौद्रिक नीति समिति (एमपीसी) की बैठक के बाद संवाददाताओं से कहा, ”एचडीएफसी बैंक के मामले में पहले भी इस तरह की दिक्कतें आई हैं। डिजिटल बैंकिंग और इंटरनेट बैंकिंग में एचडीएफसी बैंक की उपस्थिति अच्छी-खासी है। हमें कुछ कमियों को लेकर चिंताएं हैं। यह आवश्यक है कि एचडीएफसी बैंक अब और विस्तार करने से पहले अपनी सूचना प्रौद्योगिकी (आईटी) प्रणाली को मजबूत करे।
आरबीआई गवर्नर ने कहा, ”हम डिजिटल बैंकिंग सेवाओं का इस्तेमाल कर रहे हजारों-लाखों उपभोक्ताओं को एक ही साथ घंटों के लिए समस्याओं से जूझने के लिए नहीं छोड़ सकते हैं, विशेषकर वह भी तब… जब हम डिजिटल बैंकिंग पर इतना जोर दे रहे हैं। डिजिटल बैंकिंग में लोगों के भरोसे को बरकरार रखा जाना चाहिए।