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13 मंडलों से फूलन देवी की मूर्तियों को प्रशासन ने किया जब्त, जानें पूरा मामला

उत्तर प्रदेश के 13 मंडलों में फूलन देवी की प्रतिमा स्थापित करने के विकासशील इंसान पार्टी (VIP) के मंसूबे फिलहाल पूरे होते दिखाई नहीं दे रहे हैं। बिहार से लाई गईं फूलन देवी की मूर्तियां जिला प्रशासन ने जब्त कर ली हैं।

बिहार की एनडीए सरकार में साझेदार वीआईपी ने ऐलान किया था कि 25 जुलाई को 13 मंडलों की 18 विधानसभाओं में फूलन देवी की मूर्तियां स्थापित की जाएंगी। पर परमिशन न होने के कारण मूर्तियां जब्त करके अलग-अलग थानों में पहुंचा दी गई हैं। आपको बता दें कि 25 जुलाई 2001 को दिल्ली में फूलन देवी की गोली मारकर हत्या की गई थी। वीआईपी इस तारीख को शहादत दिवस के रूप में मनाना चाहती है।

वीआईपी के राष्ट्रीय प्रधान महासचिव रमेश चन्द्र केवट ने बताया कि मिर्जापुर, भदोही, जौनपुर, औरैया, वाराणसी, बांदा और प्रयागराज में लाई गईं मूर्तियां पुलिस ने जब्त कर ली हैं। बांदा और बलिया में भी पुलिस और वीआईपी के कार्यकर्ताओं के बीच बातचीत चल रही है। बार-बार कहे जाने के बावजूद मूर्तियां वापस नहीं की जा रही हैं।

बिहार सरकार में मंत्री और वीआईपी के अध्यक्ष मुकेश सहनी के भाई संतोष सहनी ने बताया कि अलग-अलग शहरों में मूर्तियां स्थापित करने के लिए 15 जुलाई से ही परमिशन मांगी गई है। लेकिन अभी तक मिली नहीं है। उन्होंने कहा कि परमिशन तो नहीं ही दी गई, ऊपर से मूर्तियां भी जब्त कर ली गई हैं। ये बहुत गलत है। वीआईपी के लोटनराम निषाद ने बताया कि लखनऊ में भी पुलिस ने बातचीत के लिए बुलाया है।

बता दें कि 13 मंडलों की 18 विधानसभाओं में फूलन देवी की मूर्तियां वीआईपी के द्वारा लगाई जानी थीं। पूर्व सांसद फूलन देवी की 20वीं पुण्यतिथि को पार्टी शहादत दिवस समारोह मनाना चाहती थी। फूलन देवी सपा की सांसद थीं।

वीआईपी निषादों की पार्टी मानी जाती है। इसके अध्यक्ष मुकेश सहनी अपने आप को सन ऑफ मल्लाह कहलाना पसंद करते हैं। यूपी चुनाव से पहले वीआईपी तमाम कार्यक्रमों के जरिये निषाद वोटबैंक को साधना चाहती है, जो प्रदेश में बड़ी संख्या में हैं। इसी नजरिए से इस कार्यक्रम को भी देखा जा रहा है। मुकेश सहनी बिहार की नीतीश सरकार में पशुपालन और मत्स्य विभाग के मंत्री हैं। इस सरकार में भाजपा भी शामिल है।

बता दें कि फिरोजाबाद के टूंडला, प्रयागराज के प्रयागराज पश्चिम, आजमगढ़ की बांसडीह, बस्ती के मेहदावल, चित्रकूट की तिंदवारी, अयोध्या की अयोध्या सदर व कादीपुर, गोरखपुर के चौरी चौरा व पनियारा, औरैया, लखनऊ, उन्नाव के बांगरमऊ, मेरठ के सरधना, मिर्जापुर की मिर्जापुर सदर व ज्ञानपुर, मुजफ्फरनगर के मुजफ्फरनगर सदर, वाराणसी की रोहनिया और शाहगंज विधानसभा में मूर्तियां लगाया जाना तय किया गया है।

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