फरीदाबाद| प्रदेशभर में मॉडल संस्कृति स्कूल में सत्र 2021-22 दाखिले शुरू होंगे। इसे लेकर तैयारी शुरू हो चुकी है। शिक्षा निदेशालय की ओर से स्कूलों को लेकर शिक्षा विभागों को अधिसूचना जारी कर दी गई है। साथ ही आदेशानुसार कार्य करने के निर्देश जारी कर दिए हैं। आदेशानुसार मॉडल संस्कृति स्कूलों को सीबीएसई की मान्यता दिलाई जाएगी।
वहीं स्कूलों में शिक्षकों की भर्ती प्रक्रिया स्पेशल स्क्रीनिंग के तहत की जाएगी। पढ़ाई अंग्रेजी माध्यम से होगी इसलिए शिक्षकों को भी पढ़ाने का विशेष प्रशिक्षण दिया जाएगा।
गौरतलब है कि प्रदेश सरकार ने जिले भर के राजकीय स्कूलों को मॉडल स्कूल में बदलने का फैसला किया है। इसके तहत जिले के पांच वरिष्ठ माध्यमिक और 85 राजकीय प्राथमिक स्कूलों को मॉडल संस्कृति स्कूलों का दर्जा दिया जाएगा।
जिला शिक्षा विभाग की ओर से स्कूलों को पत्र जारी कर स्कूल प्रबंधन समिति (एसएमसी) की बैठक बुलाकर स्कूल का नाम बदलने का प्रस्ताव पारित करने के आदेश जारी कर दिए हैं। इसके अलावा स्कूल मुखियाओं को एसएमसी के साथ बैठकर स्कूल डेवलपमेंट प्लान तैयार करके शिक्षा निदेशालय को भेजने के लिए कहा गया है।
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शिक्षा निदेशालय की ओर से मॉडल संस्कृति में स्कूल में दाखिले के लिए शिक्षा अधिनियम 134ए का लाभ भी दिया जाएगा। इसके तहत वार्षिक दो लाख से कम वाले परिवार के छात्रों के लिए 20 फीसदी और ढाई लाख रुपये वाले परिवारों के लिए 10 फीसद सीटें आरक्षित की गई है।
ढाई लाख से अधिक आय वालों को 134ए के तहत प्राथमिकता नहीं दी जाएगी। स्कूल में दाखिले के लिए छात्रों को प्रवेश परीक्षा देनी होगी। स्कूलों से जुड़ी जरूरी औपचारिकताएं पूरी करने के बाद इस बारे में सूचना जारी होगी।
स्कूलों में कई बेहतरीन सुविधाएं मिलेंगी। ऐसे में छात्रों के लिए कक्षावार फीस को लेने का फैसला भी लिया गया है। पहली से पांचवीं कक्षा तक का प्रवेश शुल्क 500 रुपये और छठीं से 12वीं कक्षा का शुल्क एक हजार रुपये रहेगा।
पहली से तीसरी कक्षा तक के विद्यार्थियों की मासिक फीस 200 रुपये, चौथी व पांचवीं कक्षा के विद्यार्थियों की 250रुपये, छठीं से आठवीं तक की फीस 300 रुपये, नौंवी व दसवीं की 400 रुपये और 11वीं व 12वीं कक्षा की फीस 500 रुपये निर्धारित की है।