लखनऊ। सीबीआई की विशेष अदालत ने अयोध्या में ढांचा विध्वंस मामले में सभी 32 आरोपियों को बरी कर दिया है। विशेष अदालत के न्यायाधीश एस के यादव ने कहा कि यह घटना पूर्वनियोजित नहीं थी। अदालत के फैसले पर पूर्व उप प्रधानमंत्री और भाजपा के वरिष्ठ नेता लालकृष्ण आडवाणी ने कहा कि मैं इस फैसले का स्वागत करता हूं।
I wholeheartedly welcome the judgement by the Special Court in #BabriMasjidDemolitionCase. The judgement vindicates my personal and BJP's belief and commitment toward the Ram Janmabhoomi movement: Lal Krishna Advani after being acquitted by Special CBI Court, Lucknow pic.twitter.com/7E95Q1vCNp
— ANI (@ANI) September 30, 2020
उन्होंने कहा कि यह निर्णय राम जन्मभूमि आंदोलन के प्रति मेरे व्यक्तिगत और भाजपा के विश्वास और प्रतिबद्धता को दर्शाता है। उन्होंने कहा कि मुझे यह भी अच्छा लगता है कि यह निर्णय नवंबर 2019 में दिए गए सर्वोच्च न्यायालय के एक और ऐतिहासिक फैसले के नक्शेकदम पर आया है, जिसने अयोध्या में एक भव्य श्री राम मंदिर को देखने के मेरे लंबे समय के सपने को पूरा करने का मार्ग प्रशस्त किया है, जिसकी नींव रखने का कार्यक्रम 5 अगस्त, 2020 को आयोजित किया गया था।
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भाजपा नेता ने कहा कि मैं अपनी पार्टी के कार्यकर्ताओं, नेताओं, संतों और उन सभी का आभारी हूं, जिन्होंने अपनी निस्वार्थ भागीदारी और बलिदान के माध्यम से मुझे अयोध्या आंदोलन के दौरान ताकत और समर्थन दिया।
उन्होंने कहा कि मैं श्री महिपाल अहलूवालिया की अध्यक्षता वाली अपनी कानूनी टीम के योगदान को बहुत महत्व देता हूं। इन सभी वर्षों के दौरान, महिपाल जी, उनके बेटे अनुराग अहलूवालिया और उनकी टीम ने इस मामले के हर पहलू पर पूरी निष्ठा से ध्यान दिया।
आडवाणी ने कहा कि मेरे लाखों देशवासियों के साथ, मैं अब अयोध्या में सुंदर श्री राम मंदिर के पूरा होने की आशा करता हूं। श्री राम हमें हमेशा आशीर्वाद देते रहें। जय श्री राम।’