लखनऊ। यूपी के स्कूलों में फीस माफ़ी की मांग को लेकर राजधानी लखनऊ में वकील प्रदर्शन कर रहे हैं। पुलिस प्रशासन ने परिवर्तन चौक चौराहे पर वकीलों को रोक लिया है। वहीं पर बैठकर वकील प्रदर्शन कर रहे हैं।
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हजरतगंज का पूरा क्षेत्र छावनी में तब्दील कर दिया गया है। पुलिस वकीलों की मान मनौवल रही है।
फिलहाल पुलिस लाठीचार्ज नहीं करेगी क्योंकि वक़ील पर लाठीचार्ज करना भारी पड़ सकता हैं।
लखनऊ बार एसोसिएशन व लखनऊ सेंट्रल बार एसोसिएशन के संयुक्त प्रदर्शन किया। इस अवसर पर मौजूद डीसीपी पश्चिम सर्वश्रेष्ठ त्रिपाठी ने पदाधिकारियों की हर मांग शासन तक पहुंचाने का आश्वासन दिया। जिसके बाद वकीलों ने डीसीपी को ज्ञापन देकर धरना प्रदर्शन खत्म किया।
वकीलों ने कहा कि वैश्विक संकट के इस दौर में निजी स्कूलों की फीस 40 से 50 फीस तक कम की जानी चाहिए। कोरोना संकट के चलते पिछले कई महीनों से सभी स्कूल, काॅलेज बंद हैं। शैक्षिक सत्र 2020-21 की पढ़ाई ऑनलाइन ही हो रही है।
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लाॅकडाउन और कोरोना संकट से बुरी तरह प्रभावित अभिभावकों से भारी-भरकम फीस वसूलना उचित नहीं है। वर्तमान परिस्थितियों में जब अधिकतर लोगों की नौकरियां और कारोबार लगभग खत्म हो गया है। तब निजी स्कूलों को अभिभावकों को भी फीस में राहत देनी चाहिए।
वकीलों कहना है कि अभिभावकों को फीस में छूट दिलाने के लिए प्रदेश सरकार को उचित और सख्त कदम उठाने की जरूरत है। क्योंकि सरकार के निर्देश के बावजूद कई निजी स्कूल अभिभावकों से पूरी फीस वसूलने का दबाव बनान रहे हैं। विरोध करने पर बच्चों का भविष्य खराब करने का भय दिखाया जा रहा है।
प्रदर्शन में लखनऊ बार एसोसिएशन के अध्यक्ष एडवोकेट जीएन शुक्ला, महामंत्री जितेन्द्र सिंह यादव (जीतू), वरिष्ठ उपाध्यक्ष अजीत कुमार दीक्षित, उपाध्यक्ष आदेश कुमार, संगीत शुक्ला, कनिष्ठ उपाध्यक्ष सौरभ सिंह, संयुक्त मंत्री ज्योतीन्द्र द्विवेदी, राम मिलन यादव, संजीव कुमार लोधी, कोषाध्यक्ष आदर्श मिश्रा, कार्यकारिणी सदस्य संजय कुमार पाठक, आलोक तिवारी, कमल किशोर यादव सहित दर्जनों वकील शामिल रहे।
इसी तरह लखनऊ सेंट्रल बार एसोसिएशन के अध्यक्ष आदेश कुमार सिंह, महामंत्री संजीव पांडेय, वरिष्ठ उपाध्यक्ष सबीर अहमद, धु्रव कुमार सिंह, अमरेश पाल सिंह, विकास श्रीवास्तव (वीकू), नीरज कुमार यादव, गोवर्धन लाल गुप्ता, अनिल कुमार मिश्रा सहित दर्जनों अधिवक्ता प्रदर्शन में शामिल रहे।