अफगानिस्तान में तालिबान के तेज होते हमलों के बीच अफगानिस्तान की सेना ने कड़ी कार्रवाई करते हुए पिछले 24 घंटे के दौरान कई प्रांतों में बने तालिबानी ठिकानों पर हमले करके 262 आतंकियों (taliban terrorists) को ढेर कर दिया है।
अफगान रक्षा मंत्रालय के अनुसार सेना ने जंग को तेज करते हुए गजनी, कंधार, हेरात, काबुल, बल्ख और कपिसा आदि प्रांतो में आतंकियों के खिलाफ विशेष अभियान शुरू कर दिया है। सेना ने एक दिन में ही 262 आंतकियों को मार गिराया जबकि 97 आतंकी घायल हुए हैं। इसके साथ ही आतंकियों के गोला-बारूद को भी नष्ट कर दिया है।
पाकिस्तान ने शरण देने से किया इनकार
अफगान-तालिबान युद्ध के कारण पाकिस्तान की सीमा में आने वाले अफगानिस्तानी नागरिकों को पाकिस्तान ने अपने यहां शरण देने से इनकार कर दिया है। राष्ट्रीय सुरक्षा सलाहकार (एनएसए) मोईद युसुफ का कहना है कि पाकिस्तान अब और ज्यादा अफगान नागरिकों को शरण नहीं दे सकता। अंतरराष्ट्रीय एजेंसियों को अफगानिस्तान की सीमा में ही शरणार्थी कैंप खोलने चाहिए। पाकिस्तान के एनएसए ने यह बात अमेरिका में पत्रकार वार्ता के दौरान कही।
संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन पर हमले की हो जांच
अफगानिस्तान स्थित संयुक्त राष्ट्र सहायता मिशन ने हेरात शहर के अपने परिसर में आतंकी हमले की जांच की मांग की है। इस हमले में एक गार्ड की मौत हो गई थी। यह हमला तालिबान आतंकियों ने उस समय किया जब वे हेरात में कब्जे के लिए घुस रहे थे।
ह्यूमन राइट्स वाच ने कहा है कि तालिबान अपने आलोचकों को निशाना बना रहा है। नागरिकों की हत्या की जा रही है। यहां जांच कर रहे अंतरराष्ट्रीय आपराधिक न्यायालय (आइसीसी) को ऐसे मामलों को देखना चाहिए।