बाबा राघवदास (बीआरडी) मेडिकल कॉलेज और आरएमआरसी के बाद अब एम्स में भी आरटीपीसीआर की जांच होगी। तैयारी पूरी है। उम्मीद है कि अगले सप्ताह से जांच शुरू हो जाय। इसके साथ ही 30 बेड का एल-टू कोविड वार्ड भी शुरू होगा। 10 बेड पर आज से ही भर्ती शुरू हो गई है, जबकि 20 बेड पर एक सप्ताह के अंदर भर्ती प्रक्रिया शुरू होने की संभावना जताई जा रही है।
गोरखपुर स्थित एम्स के लैब में रोजाना लगभग 3000 नमूनों की जांच हो सकेगी। इससे न केवल मरीजों की सहूलियतें बढ़ेंगी बल्कि आरएमआरसी और बीआरडी के लैब से जांच का बोझ भी कम होगा। संदिग्ध संक्रमितों की रिपोर्ट भी जल्दी मिल जाएगी।
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बता दें कि एंटीजन किट से जांच रिपोर्ट तुरंत आती है, लेकिन आरटीपीसीआर जांच में तीन दिन का समय लगता है। एम्स में आरटीपीसीआर जांच शुरू होने से 36 घंटे में रिपोर्ट मिलने की संभावनाएं बलवती हो गईं हैं। गोरखपुर स्थित आरएमआरसी और बीआरडी लैब में आरटीपीसीआर की जांच की क्षमता रोजाना 10 हजार की है।
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कमिश्नर जयंत नार्लीकर ने बताया कि तैयारी पूरी हो गई है। एम्स में भी आरटीपीसीआर जांच की सुविधा शुरू होगी। 30 बेड पर भर्ती भी शुरू होगी। 10 बेड पर गुरुवार यानी आज ही से भर्ती ली जानी है। इनका कहना है कि जल्दी ही जांचें भी शुरू कर दीं जाएंगी। गोरखपुर में जांच की संख्या बढ़ाई जाएगी। कांटेक्ट ट्रेसिंग में भी तेजी आएगी।