चेन्नई। दक्षिण भारतीय फिल्मों के सुपरस्टार रजनीकांत के राजनीति में आने का अपना इरादा बदलने के एक दिन बाद उनके राजनीतिक सलाहकार और गांधी मक्कल इयक्कम के संस्थापक तमिलारुवी मणियन ने बुधवार को राजनीति छोड़ने की घोषणा कर दी। रजनीकांत ने स्वास्थ्य समस्याओं का हवाला देकर राजनीति में कदम न रखने का फैसला किया था। इस दौरान कुछ क्रू मेंमबर्स के कोरोना पॉजिटिव पाए जाने के बाद शूटिंग रोकनी पड़ी थी। सुपरस्टार के राजनीति में न आने के निर्णय का उनके बड़े भाई आर. सत्यनारायण राव ने समर्थन किया है।
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राव ने रजनीकांत के राजनीतिक पदार्पण से जुड़ी लोगों की उम्मीदों के बारे में बताते हुए कहा कि हम भी यही चाहते थे कि वह पार्टी की स्थापना करें। रजनीकांत ने स्वास्थ्य कारणों का हवाला दिया है। लिहाजा हम उन्हें मजबूर नहीं कर सकते। पार्टी की स्थापना नहीं करना, उनकी इच्छा है। वह जो भी फैसला लेंगे, बिल्कुल सही होगा। हालांकि, वह संक्रमित नहीं पाए गए थे। रजनीकांत ने कुछ महीने पहले ही जनवरी 2021 में राजनीतिक पार्टी का गठन करने और तमिलनाडु विधानसभा चुनाव लड़ने की घोषणा की थी। उन्हें विगत दिनों रक्तचाप संबंधी परेशानी हो गई थी। इसके बाद उन्हें अस्पताल में भर्ती कराया गया था।
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अस्पताल से उन्हें रविवार को छुट्टी मिली थी। हालांकि, वह लोगों के लिए काम करते रहेंगे। रजनीकांत ने एक बयान में कहा, ‘बताते हुए काफी दुख हो रहा है कि मैं राजनीतिक पार्टी बनाकर राजनीति में आने में असमर्थ हूं। मुझे ही पता है कि यह घोषषणा करने में कितना दर्द हो रहा है। हाल के दिनों में आई स्वास्थ्य संबंधी समस्या को मैं भगवान द्वारा दी गई चेतावनी के रूप में देखता हूं। मैं चुनावी राजनीति में आए बिना, जैसे संभव होगा लोगों की सेवा करता रहूंगा।’ पिछले दिनों रजनीकांत अन्नाथे फिल्म की हैदराबाद में शूटिंग कर रहे थे।