नई दिल्ली। दिल्ली पुलिस ने गुरुवार को स्वीडन की जलवायु कार्यकर्ता ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ एफआईआर दर्ज की है। इसके बाद ग्रेटा ने कहा कि मैं अब भी किसानों के साथ हूं और उनके शांतिपूर्ण विरोध प्रदर्शन का समर्थन करती हूं। नफरत, धमकी या मानवाधिकारों के उल्लंघन की किसी भी कोशिश से यह नहीं बदलेगा।
बता दें कि बीते बुधवार को ग्रेटा ने एक खबर का लिंक साझा किया था और उन्होंने कहा था कि हम भारत में किसान आंदोलन के साथ एकजुटता में खड़े हैं। इसके साथ ही उन्होंने एक टूलकिट ट्विटर पर शेयर किया।
यह टूलकिट यूजर्स को प्रदर्शन के समर्थन के तरीकों की विस्तृत जानकारी वाले दस्तावेज तक पहुंच उपलब्ध कराते हैं। हालांकि बाद में उन्होंने टूलकिट वाले ट्वीट को डिलीट कर दिया और फिर एक अन्य टूलकिट जारी किए।
ग्रेटा थनबर्ग के खिलाफ दिल्ली पुलिस ने दर्ज किया एफआईआर, ये है आरोप
डिलीट किए गए टूलकिट को लेकर विवाद है। इस टूलकिट के जरिए ग्रेटा थनबर्ग ये समझा रही हैं कि सोशल मीडिया प्लेटफॉर्म पर कैसे किसान आंदोलन का दुनिया के कोने-कोने से समर्थन जुटाना है। टूलकिट कॉलम बनाए गए थे। सबसे पहला कॉलम था- अर्जेंट एक्शन।
अर्जेंट एक्शन के तहत 4 से 5 फरवरी की तारीख दी गई है और कहा गया है कि ट्विटर पर किसान आंदोलन के नाम का तूफान खड़ा करना है। किसान आंदोलन के समर्थन के लिए फोटो वीडियो मैसेज शेयर करने को भी कहा गया है। अर्जेंट एक्शन में 13 और 14 फरवरी की तारीख को अपने पास मौजूद भारतीय दूतावास के बाहर प्रदर्शन की अपील भी की गई। प्रदर्शन की तस्वीरें भी शेयर करने को भी कहा गया है।
बता दें कि मंगलवार को अंतरराष्ट्रीय हस्तियों में पहले पॉप स्टार रिहाना ने किसानों के समर्थन में ट्वीट किया था. इसके बाद अमेरिकी अभिनेत्री अमांडा केरनी, गायक जे सीन, डॉ जियस, मिया खलीफा, अमेरिकी उप राष्ट्रपति कमला हैरिस की भांजी मीना हैरिस सहित कई मशहूर हस्तियों ने किसानों को समर्थन में ट्वीट किए। इस पर भारत सरकार ने कड़ी प्रतिक्रिया दी है।