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दरोगा के बेटे की कार की तलाशी लेने के बाद पुलिस के उड़े होश, जानें पूरा मामला

A family troubled by land dispute attempted suicide

A family troubled by land dispute attempted suicide

बिथरी चैनपुर बड़ा बाईपास पर कार और ट्रक की टक्कर के बाद पुलिस ने कार की तलाशी ली तो पिस्टल के साथ भारी मात्रा कारतूसों के साथ 92 हजार रुपये कैश की बरामदगी से हैरान रह गई। कार वीरसावरकर नगर निवासी टैटू आर्टिस्ट शाश्वत प्रताप सिंह की है जो अपने बहनोई विनय प्रताप के साथ कार में मौजूद था। शाश्वत दरोगा का बेटा है जिनकी मौत हो चुकी है। शाश्वत और उसके बहनोई को घायल हालत में अस्पताल में भर्ती कराया गया जहां से शाश्वत फरार हो गया।

वीरसावरकर नगर में रहने वाले संजय प्रताप सिंह पुलिस में दरोगा थे। रविवार को उनका बेटा शाश्वत प्रताप सिंह बहराइच में थाना विशेषरगंज के कस्बा शेखापुर देवरिया निवासी अपने बहनोई विनय प्रताप सिंह के साथ कार से लखनऊ की तरफ जा रहा था। वे लोग उल्टी दिशा में थे और कार की रफ्तार भी तेज थी। बड़ा बाईपास पर नेशनल ढाबे के पास कार सामने से आ रहे ट्रक से टकरा गई। हादसे के बाद शाश्वत और विनय कार में ही फंस गए। सूचना पर यूपी 112 पुलिस मौके पर पहुंची और उन्हें कार से निकालकर इलाज के लिए शहर के एक निजी अस्पताल में भिजवाया। इसी बीच मौके पर पहुंचे इंस्पेक्टर बिथरी मनोज त्यागी ने ट्रक और कार को कब्जे में लेकर थाने भिजवा दिया। थाने में जब कार की तलाशी ली गई तो उसमें 90 हजार रुपये, .32 बोर की देसी पिस्टल, दो मैग्जीन, दस जिंदा कारतूस और सात कारतूस के खोखे मिले। पुलिस को गाड़ी से पांच मोबाइल फोन भी मिले हैं।

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कार से अवैध असलहे और कारतूस मिलने के बाद पुलिस ने आशंका जताई कि आरोपी किसी बड़ी वारदात की फिराक में थे। फौरन ही पुलिस उनसे पूछताछ के लिए अस्पताल में पहुंची लेकिन हालत ज्यादा खराब होने का बहाना बनाकर दोनों आरोपियों ने टालमटोल कर दी। जैसे ही पुलिस अस्पताल से हटी शाश्वत वहां से छुट्टी कराकर निकल गया। इसके बाद पुलिस को आरोपियों के निजी मेडिकल कॉलेज में भर्ती होने की जानकारी मिली तो पुलिस वहां पहुंची, लेकिन वह नहीं मिला। विनय एक अस्पताल में गंभीर हालत में भर्ती मिला है।

इस मामले में दो मुकदमे दर्ज कराए गए हैं। पहला मुकदमा कार के मालिक शाश्वत के ससुर राजीव सिंह की ओर से ट्रक चालक के खिलाफ टक्कर मारने का दर्ज कराया गया है। उसी मुकदमे की तफ्तीश में पुलिस ने कार की तलाशी को शामिल करते हुए उसमें अवैध असलहे और कारतूसों की बरामदगी दिखाई है और दरोगा दीपक कुमार की ओर से दोनों आरोपियों के खिलाफ आर्म्स एक्ट के तहत रिपोर्ट दर्ज की है।

इंस्पेक्टर बिथरी मनोज त्यागी ने बताया कि शाश्वत के पिता सब इंस्पेक्टर संजय प्रताप सिंह की करीब साल भर पहले मौत हो चुकी है लेकिन आरोपी उनका आईडी कार्ड कार में रखकर घूम रहे थे। आशंका जताई जा रही है कि चेकिंग से बचने के लिए आरोपी उनका आईडी कार्ड इस्तेमाल कर रहे होंगे।

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