कोरोना संक्रमण से सात महीने से बंद शहर के स्कूल 16 अक्तूबर से खुल जाएंगे। परिजनों की लिखित सहमति पर सबसे पहले 10-12 वीं के छात्रों की कक्षा शुरू होगी। क्लास केवल तीन घंटे की होगी। दो हफ्ते बाद यानी एक नवंबर से कक्षा नौ एवं 11 वीं के छात्र-छात्रा बुलाए जाएंगे। कक्षा में दो स्टूडेंट के बीच छह फुट की दूरी रहेगी। स्कूलों ने कक्षा में इसी आधार पर बच्चों के लिए सीटिंग प्लान किया है।
मीटिंग में 51 स्कूल शामिल रहे। बैठक का एजेंडा स्कूल खोलने पर था। सचिव राहुल केसरवानी के अनुसार केंद्र, राज्य एवं जिला प्रशाासन द्वारा जारी गाइडलाइन का पालन करते हुए 16 अक्तूबर से चरणबद्ध ढंग से स्कूल खोले जाएंगे। सबसे पहले 10-12 वीं और दो हफ्ते बाद 9-11 वीं की कक्षाएं शुरू होंगी। धीरे-धीरे आगे कक्षाएं बढ़ाई जाएंगी।
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स्कूल में क्लास ज्वाइन करने को परिजनों की लिखित सहमति अनिवार्य होगी। ऑनलाइन एजुकेशन समानान्तर ढंग से चलती रहेगी। स्कूलों में निरंतर साफ-सफाई और संक्रमण मुक्त करने की प्रक्रिया होगी। सहोदय के अनुसार स्टूडेंट निजी सेनेटाइजेशन बोतल, पानी की बोतल ला सकते हैं। छात्रों को 40 सेकेंड तक हाथ धोने को प्रोत्साहित किया जाएगा। कक्षा में दो सीटों में छह फुट का अंतर रहेगा। लंच बॉक्स, पानी की बोतल, मॉस्क और स्टेशनरी को एक-दूसरे से शेयर करने पर रोक रहेगी।
ऐसे शुरू होंगी कक्षा, ये रहेंगे नियम
–थर्मल स्क्रीनिंग, साबुन, सेनेटाइजर सार्वजनिक स्थान पर उपलब्ध रहेंगे।
–सार्वजनिक या निरंतर संपर्क वाले स्थानों पर संकेतक और घेरे बनाएं जाएंगे।
-किसी भी तरह को समारोह या कार्यक्रम नहीं होगा।
–छात्र, परिजन और स्टॉफ को कोरोना के प्रति जागरुक किया जाएगा।
–आपात स्थिति में नजदीक का हॉस्पिटल या चिकित्सक उपलब्ध कराया जाएगा।
–शुरुआत में हॉस्टल केवल सीनियर क्लास के लिए शुरू किए जा सकेंगे।
–स्कूल परिवहन शुरू किया जा सकता है, लेकिन यह स्कूल पर निर्भर करेगा।
–बच्चे लंबे समय बाद घर से बाहर निकलेंगे, ऐसे में उनके लिए रोचक गतिविधियां, तनाव प्रबंधन जैसी प्रयास किए जाएंगे।
–दो-तीन हफ्ते तक परीक्षा, मूल्यांकन और हाजिरी की बाध्यता नहीं होगी।
–योगा जैसी शारीरिक गतिविधियों को प्रोत्साहित किया जाएगा।
–दिशा-निर्देश समय-समय पर बदलते रहेंगे।