लखनऊ। मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ ने शनिवार को यूपी में कोरोना वैक्सीनेशन को लेकर चल रही तैयारियों की समीक्षा की। कहा कि वैक्सीन लगने के बाद संबधित व्यक्ति के लिये कुछ देर रूकने की व्यवस्था की जायेगी।
श्री योगी ने लोक भवन में आहूत एक उच्चस्तरीय बैठक में कोरोना वैक्सीनेशन के सम्बन्ध में की जा रही तैयारियों की समीक्षा करते हुये निर्देश दिए कि कोरोना वैक्सीन सेन्टर में वैक्सीन लगने के बाद सम्बन्धित व्यक्ति के लिए कुछ समय रुकने की भी व्यवस्था की जाए। उन्होंने वैक्सीन सेन्टर पर सुरक्षा के व्यापक इन्तजाम सुनिश्चित करने के निर्देश भी दिए।
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मुख्यमंत्री ने कहा कि प्रदेश में कोविड-19 का टीकाकरण कार्य निर्धारित टाइम लाइन के अनुसार सम्पन्न किया जा सके, इसके लिए आवश्यक है कि पर्याप्त संख्या में वैक्सीनेटर्स की उपलब्धता रहे। जिला स्तर पर प्रशिक्षण कार्यक्रम प्रारम्भ हो गये हैं। उन्होंने वैक्सीन लगाने के लिए वैक्सीनेटर्स को तैयार करने का कार्य पूरी तेजी से संचालित करने के निर्देश दिए हैं।
उन्होने कोरोना वैक्सीन की सुरक्षित स्टोरेज तथा कोल्ड चेन के सम्बन्ध में फूलप्रूफ व्यवस्था करने के निर्देश दिए और कहा कि कोविड-19 वैक्सीन के स्टोरेज सेन्टर में सभी आवश्यक प्रबन्ध सुनिश्चित किए जाएं। उन्होंने कोरोना वैक्सीनेशन कार्य को ध्यान में रखते हुए बायोमेडिकल वेस्ट के समुचित निस्तारण की व्यवस्था करने के निर्देश भी दिए हैं
ज्ञातव्य है कि कोरोना वैक्सीन की मानकों के अनुरूप स्टोरेज के लिए आईसलैण्ड रेफ्रिजरेटर तथा डीपफ्रीजर केन्द्र सरकार द्वारा उपलब्ध कराए जा रहे हैं। प्रदेश में 2.5 लाख लीटर वैक्सीन की भण्डारण क्षमता सृजित हो गई है। वैक्सीनेशन कार्य के लिए छह करोड़ सिरिंज की आवश्यकता होगी। अब तक 4.5 करोड़ सिरिंज का आवंटन कर दिया गया है।
एक वैक्सीनेशन टीम द्वारा प्रतिदिन 100 लोगों का टीकाकरण किया जाएगा। प्रत्येक वैक्सीनेशन टीम के साथ एक पुलिस काॅन्टेबल तथा एक होमगार्ड की ड्यूटी लगाई जाएगी। जिस व्यक्ति को टीका लगाया जाएगा उसके फोन पर टीका लगाने का समय, स्थान व दिनांक सूचित किया जाएगा। टीकाकरण के पश्चात सम्बन्धित व्यक्ति को वैक्सीनेशन सेन्टर पर 30 मिनट रुकना होगा। प्रदेश में कोरोना वैक्सीन की स्टोरेज के लिए 35,000 केन्द्र स्थापित किए जाएंगे।