नई दिल्ली। मुंबई में कंगना रणौत और महाराष्ट्र सरकार के बीच तनातनी बनी हुई है। बीएमसी द्वारा कंगना का ऑफिस तोड़े जाने के बाद इस मामले ने और तूल पकड़ लिया है। लोग भी इस विवाद को लेकर दो हिस्सों में बंट गए हैं। इस बीच कंगना रणौत की मां आशा रणौत कांग्रेस का दामन छोड़ भाजपा में शामिल हो गई हैं।
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इस मौके पर आशा रणौत ने कहा कि मेरी बेटी कंगना रणौत के साथ जो हुआ, उसके बाद मुझे भाजपा में आना ही पड़ा। वहीं, आशा रणौत ने पीएम नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह का धन्यवाद किया। उन्होंने कहा कि केंद्र सरकार ने कंगना को वाई प्लस सिक्योरिटी देकर हिमाचल की बेटी को सुरक्षा दी है।
कंगना की मां ने मोदी सरकार के साथ-साथ हिमाचल प्रदेश की जयराम सरकार का भी तहेदिल से आभार जताया। आशा रणौत ने कहा कि हमारा परिवार लंबे समय से कांग्रेस में ही था, कंगना के दादा स्वर्गीय सरजू राम मंडी के गोपालपुर विधानसभा क्षेत्र (अब सरकाघाट) से कांग्रेस के विधायक रह चुके हैं। अब मोदी सरकार ने हमारा दिल जीत लिया है। अब पूरी तरह से भाजपा के हो गए हैं।
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वहीं गुरुवार को केंद्रीय मंत्री रामदास अठावले ने कंगना रणौत से मुलाकात के बाद कहा कि जब तक वह फिल्मों में काम कर रही हैं, उनका राजनीति में शामिल होने का कोई इरादा नहीं है, लेकिन अगर वह भाजपा या आरपीआई में शामिल होती हैं, तो हम उनका स्वागत करेंगे। केंद्रीय मंत्री ने आगे कहा कि मैंने कंगना से एक घंटे तक बातचीत की। मैंने उनको बताया कि आपको मुंबई में डरने की जरूरत नहीं है। मुंबई शिवसेना की भी है, भाजपा की भी है, कांग्रेस की भी है। मुंबई सभी धर्म, जाति और भाषाओं के लोगों की है। यहां सबको रहने का अधिकार है।