अयोध्या। जन्मभूमि पर राम मंदिर निर्माण के लिए अब बड़ी मशीनों का आना शुरू हो गया है। मंदिर निर्माण के लिए अयोध्या विकास प्राधिकरण ने नक्शा भी पास कर दिया है। श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के पास राम मंदिर का स्वीकृत नक्शा मिलने से अब राम मंदिर निर्माण के कार्य में तेजी आ गई है। शनिवार को राम मंदिर निर्माण के लिए नींव की खुदाई में प्रयोग होने वाली बड़ी मशीन आई है।
कासाग्रांडे मशीन कानपुर से आई है और इस मशीन के माध्यम से राम मंदिर की नींव की खुदाई होगी। राम मंदिर निर्माण क्षेत्र में 12 सौ स्थानों पर पिलर के लिए खुदाई होगी। राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के महामंत्री चंपत राय के अनुसार लगभग 200 फीट गहरी नींव की खुदाई कराई जाएगी । जिसमें कंक्रीट से चट्टानों का निर्माण कराया जाएगा। जिस पर राम मंदिर का निर्माण होगा। ऐसे में बड़ी-बड़ी मशीनों के माध्यम से राम मंदिर के लिए नींव की खुदाई का कार्य किया जाएगा।
संजय राउत ने कंगना पर की अमर्यादित टिप्पणी, तो अभिनेत्री ने दिया मुंहतोड़ जवाब, देखें Video
अब बड़ी-बड़ी मशीनें आनी शुरू हो गई हैं।इन मशीनों को राम जन्म भूमि परिसर के गेट नंबर 3 से अंदर भेजा जा रहा है। जिसके माध्यम से नींव की खुदाई की जाएगी। नींव की खुदाई से पहले रामजन्म भूमि स्थल पर बने जर्जर मंदिरों को हटाने का काम भी शुरू हो चुका है। जर्जर मंदिरों को हटाने के बाद ही इन बड़ी मशीनों के माध्यम से नींव की खुदाई का काम शुरू होगा।
खास बात यह है कि राम मंदिर के नक्शे के स्वीकृत होने के बाद से अब राम मंदिर निर्माण के कार्य में तेजी आ गई है।राम मंदिर निर्माण के लिए एलएंडटी के कुशल वैज्ञानिक इंजीनियर काम में लग गए हैं बकायदा परिसर के अंदर इन इंजीनियरों की रहने की व्यवस्था भी कराई जा रही है।
सुशांत केस में NCB ने अब एक और आरोपी दीपेश सावंत को किया गिरफ्तार
यही नहीं राममंदिर के नी के लिए किस गिट्टी और सीमेंटो का इस्तेमाल किया जाए उसके लिए आईआईटी चेन्नई रिसर्च कर रही है। लगभग 5 एकड़ भूमि में खुदाई का काम होना है जिसका समतलीकरण का काम पहले ही हो चुका है अब नींव की खुदाई के लिए मशीनों से काम किया जाना शुरू होना है।