उत्तर प्रदेश के मेरठ में बकरीद के त्योहार पर खुशी के रंग में भंग होते होते बचा। शहर की सराय लाल दास स्थित सेठ वाली गली में खाली पड़े एक प्लॉट में मुस्लिम समाज के लोगों ने कुर्बानी के तहत पशु कटान कर दिया। जिसके बाद नाले चौक होने के कारण पशुओं का खून स्थानीय लोगों के घरों में बहकर पहुंच गया। लोगों ने इसकी सूचना वार्ड पार्षद को दी।
सूचना मिलते भी आनन-फानन में अधिकारी भी मौके पर दौड़े। वहीं क्षेत्र में हंगामा होते होते बचा। वहीं सिटी मजिस्ट्रेट भारी पुलिस बल के साथ मौके पर पहुंचे और नगर निगम की टीम के सहयोग से पाइप द्वारा सफाई कराई। वहीं लोगों का कहना है कि मामले में पशु कटान करने वालों के खिलाफ कार्रवाई होनी चाहिए।
जानकारी के अनुसार सेठ वाली गली में रज्जू माहेश्वरी और संजय शारदा के मकान में आज सुबह जब खून पहुंचना शुरू हुआ तो परिवार के लोगों में हड़कंप मच गया। इन परिवारों ने सूचना पार्षद पंकज गोयल को दी। पार्षद ने नगर निगम व पुलिस प्रशासन को सूचित किया। आनन-फानन में नगर निगम से सहायक नगर आयुक्त बृजपाल सिंह, सफाई निरीक्षक कुलदीप सिटी मजिस्ट्रेट सीओ भारी पुलिस फोर्स के साथ मौके पर पहुंचे।
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बताया गया कि सेठ वाली गली में स्थित खाली पड़े प्लॉट में किसी आसिफ नाम के व्यक्ति ने सुबह 9:30 बजे के पशुओं का कटान किया। पशुओं का खून छोटी नालियों से होते हुए ओडियन नाले की तरफ बढ़ा, लेकिन नाला ओवरफ्लो होने के कारण पशुओं का खून लोगों के घरों में भर गया।
नगर निगम अधिकारी और पुलिस प्रशासन ने आनन-फानन में खाली पड़े प्लॉट से पशुओं के अवशेष गाड़ियों में भरवा कर वहां से हटवाए और वहां रह रहे परिवारों के घरों से पानी में खून को निकलवाने के लिए पंप लगाया गया। इस दौरान कुछ लोगों ने नाराजगी भी जताई लेकिन नगर निगम और पुलिस प्रशासन की सूझबूझ के चलते मामला बिगड़ने से बच गया।
नगर स्वास्थ्य अधिकारी डॉ राजेंद्र कुमार का कहना है कि सीवर मशीन के माध्यम से घरों में भरा पानी सोख लिया गया है साथ ही यहां से गुजर रही छोटी नालियों व नालों को भी साफ करा दिया गया है। सुरक्षा की दृष्टि से सेठ वाली गली में पुलिस बल तैनात है। पार्षद पंकज गोयल का कहना है कि नगर निगम ने व्यवस्था दुरुस्त करा दी है। कहा कि आसिफ को क्षेत्र में इस प्रकार पशु कटा नहीं करना चाहिए था। ऐसे लोगों के खिलाफ पुलिस को कार्रवाई करनी चाहिए।