नई दिल्ली. दुनियाभर में वैक्सीन और वैक्सीनेशन को लेकर स्टडी चल रही है। इस बीच इजराइल स्वास्थ्य मंत्रालय ने वैक्सीनेशन रिसर्च को दुनिया के सामने रखते हुये दावा किया कि वैक्सीन लगवाने के बाद कोरोना संक्रमित हुए 80% लोग दूसरों में वायरस नहीं फैलाते। इजराइली सरकार ने ये रिसर्च रेस्टोरेंट, जिम, इवेंट हॉल और म्यूजिक कंसर्ट में पहुंचे लोगों का सैंपल लेकर की है।
प्रदेश में संक्रमण कम होने के बावजूद, टेस्टिंग कम नहीं की जा रही : अमित मोहन
टाइम्स ऑफ इजराइल की रिपोर्ट के मुताबिक रिसर्च में सामने आया है कि वैक्सीन ले चुके 10% लोग एक व्यक्ति तक संक्रमण फैलाते हैं, जबकि 3% वैक्सीनेट लोग 2 या 3 लोगों तक वायरस पहुंचा देते हैं। बचे 7% लोगों को लेकर कुछ साफ डेटा सामने नहीं आया है। ये संक्रमण फैला भी सकते हैं और नहीं भी। हालांकि, रिपोर्ट में ये साफ नहीं किया गया है कि कितने लोगों पर ये रिसर्च की गई है।
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वैक्सीनेशन नहीं तो फ्री कोविड टेस्ट नहीं
इजराइल में अब तक सरकार की तरफ से फ्री टेस्ट कराने की सुविधा थी, लेकिन प्रधानमंत्री नेफ्टाली बेनेट कह चुके हैं कि अब वैक्सीन न लगवाने वाले लोगों को कोरोना टेस्ट खुद के खर्चे पर करवाना होगा। उन्होंने कहा है कि जो लोग वैक्सीन नहीं लगवाना चाहते, उनके लिए टैक्स भरने वालों के पैसे बर्बाद नहीं किए जाएंगे।
इजराइल में 10 लाख लोगों ने वैक्सीनेशन से इनकार किया
इजराइल के करीब 10 लाख लोगों ने वैक्सीन लगवाने से इनकार कर दिया है। सरकार का मानना है कि इन लोगों की वजह से देश में कोरोना के मामलों में बढ़ोतरी हो सकती है। यदि केस बढ़ते हैं तो पूरे इजराइल में चौथी बार लॉकडाउन लगाना पड़ सकता है।
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52.9 लाख लोगों को लगा वैक्सीन
आंकड़ों के मुताबिक, 90 लाख आबादी वाले इजराइल में 52.9 लाख लोगों को वैक्सीन के दोनों डोज लग चुके हैं। यानी इजराइल के 58.5% आबादी पूरी तरह से वैक्सीनेट हो चुकी है। अमेरिका के बाद बच्चों को वैक्सीन लगाने वाला इजराइल दूसरा देश है।