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शुरू हुआ अग्नि पंचक, इस दौरान न करें शुभ कार्य

Panchak

Panchak

ज्योतिष शास्त्र में पंचक (Panchak) काल को विशेष महत्व दिया गया है। पंचक काल में कोई भी नया कार्य करना शुभदायी नहीं होता। कथा सुनने, पूजा-पाठ करने आदि कार्यों से शुभ फल प्राप्त होता है। इस बार पंचक (Panchak) काल 26 जून से शुरू हो गया है, जो कि 30 जून तक चलेगा। ज्योतिषियों के अनुसार, इस काल में शुभ कार्य ना करें। दक्षिण दिशा की यात्रा, गृह प्रवेश, भूमि पूजन, नींव खोदना शुभ नहीं माना जाता है।

पांच प्रकार के होते हैं पंचक (Panchak) 

वैदिक ज्योतिष के अनुसार, पंचक पांच प्रकार के होते हैं, जिनमें से प्रत्येक पंचक वार पर आधारित होता है। शनिवार को शुरू होने वाले पंचक को मृत्यु पंचक कहा जाता है, रविवार को शुरू होने वाले पंचक को रोग पंचक कहा जाता है, सोमवार को शुरू होने वाले पंचक को राज पंचक कहा जाता है और मंगलवार को शुरू होने वाले पंचक को अग्नि पंचक कहा जाता है। शुक्रवार को शुरू होने वाले पंचक को चोर पंचक कहा जाता है। बुधवार से शुरू होने वाला पंचक अशुभ नहीं होते हैं।

अग्नि पंचक (Agni Panchak) की हुई शुरुआत

पंचांग के अनुसार, पंचक (Panchak) धनिष्ठा नक्षत्र से शुरू होते हैं और रेवती नक्षत्र पर समाप्त होते हैं। जून में 26 जून से धनिष्ठा नक्षत्र शुरू हो गया है। धनिष्ठा नक्षत्र शुरू होते ही पंचक भी शुरू हो जाते हैं।

अग्नि पंचक के दौरान अग्नि देव प्रबल होते हैं, इसलिए इस अवधि के दौरान अग्नि से संबंधित कार्य जैसे यज्ञ, हवन, दीपक जलाना आदि वर्जित होते हैं। अग्नि पंचक का समय बहुत ही अशुभ माना जाता है। धार्मिक मान्यताओं के अनुसार, अग्नि पंचक में विवाह, गृह प्रवेश, नया व्यवसाय शुरू करना आदि शुभ कार्य नहीं करने चाहिए।

पंचक (Panchak) जुलाई 2024

जुलाई माह में 23 जुलाई, 2024 मंगलवार सुबह 09 बजकर 22 मिनट से शुरू हो रहे हैं। यह 27 जुलाई, 2024 शनिवार दोपहर 01 बजकर 02 मिनट तक रहेंगे।

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