टोरोंटो। कनाडा सरकार की कोविड-19 महामारी पर धीमी प्रतिक्रिया देने की वजह से आलोचना होती रही है। इसके कारण देश में व्यक्तिगत सुरक्षा उपकरण जैसे की मास्क की कमी हो गई थी। इसी बीच सरकार ने कोरोना की वैक्सीन उपलब्ध होने पर इसकी प्रारंभिक आपूर्ति सुनिश्चित करने के लिए प्रभावी कदम उठाए हैं। सरकार ने घोषणा की कि उसने वैक्सीन के लिए दो कंपनियों के साथ समझौता किया है ताकि लाखों लोगों की जान बचाई जा सके।
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कनाडा की सार्वजनिक सेवा और अधिग्रहण मंत्री अनीता आनंद ने कहा कि कोविड-19 वैक्सीन टास्क फोर्स द्वारा समीक्षा के बाद सरकार ने फाइजर और मोडेर्ना कंपनियों के साथ समझौते किए है। आनंद ने कहा कि यदि सबकुछ ठीक रहा तो कनाडा को वैक्सीन की 2021 में डिलिवरी हो जाएगी। उन्होंने कहा कि सरकार वैक्सीन के लिए अन्य कंपनियों के साथ भी बातचीत कर रही है।
एक बयान में सरकार ने कहा है, ‘सरकार संभावित वैक्सीन उम्मीदवारों के गारंटीकृत आपूर्ति आधार को स्थापित करने के लिए कई प्रमुख दवा कंपनियों के साथ समझौतों पर हस्ताक्षर कर रही है।’ आनंद एक भारतीय-कनाडाई मंत्री हैं। उन्होंने देश के सार्वजनिक स्वास्थ्य अधिकारियों की बात दोहराते हुए कहा कि लोगों के लिए टीकाकरण अनिवार्य नहीं किया जा सकता है।
आनंद ने कहा, ‘अब हम एक वैक्सीन के लिए कनाडा की तैयारी पर ध्यान केंद्रित कर रहे हैं। वैश्विक प्रतिस्पर्धा को देखते हुए, हम सबसे काबिल उम्मीदवारों तक पहुंच को सुरक्षित करने के लिए एक आक्रामक तरीका अपना रहे हैं ताकि हम सभी कनाडाई लोगों को जल्द से जल्द वैक्सीन लगाने की तैयारी कर सकें।’ इसके अलावा उन्होंने पीपीई और अन्य सप्लाई का अधिग्रहण करने के लिए शुरुआती कोशिशों पर भी प्रकाश डाला।
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नवाचार, विज्ञान और उद्योग मंत्री नवदीप जैन द्वारा कोविड-19 वैक्सीन टास्क फोर्स के गठन की घोषणा की गई थी। मीडिया से बातचीत के दौरान आनंद ने कहा, ‘जब भी वैक्सीन उपलब्ध होगी तो कनाडाई अग्रिम पंक्ति में खड़े मिलेंगे। वैक्सीन उपलब्ध होने के बाद कनाडा का स्वास्थ्य मंत्रालय देश में उपयोग करने से पहले इसकी सुरक्षा, प्रभावकारिता और विनिर्माण गुणवत्ता की समीक्षा करेगा।’