• About us
  • Privacy Policy
  • Disclaimer
  • Terms & Conditions
  • Contact
24 Ghante Latest Hindi News
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म
No Result
View All Result

कब है अहोई अष्टमी, जानें व्रत का महत्व और पूजा-विधि

Writer D by Writer D
15/09/2024
in धर्म, फैशन/शैली
0
Ahoi Ashtami

Ahoi Ashtami

14
SHARES
176
VIEWS
Share on FacebookShare on TwitterShare on Whatsapp

हिन्दू पंचांग के अनुसार कार्तिक मास के कृष्ण पक्ष की अष्टमी तिथि के दिन अहोई अष्टमी व्रत रखा जाता है। दृग पंचांग के अनुसार इस वर्ष अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) व्रत 24 अक्तूबर के दिन रखा जाएगा। शास्त्रों में बताया गया है कि अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) के दिन भगवान शिव और माता पार्वती की विधि-विधान से पूजा की जाती है। इस दिन माताएं अपनी संतान के लिए निर्जला व्रत रखती हैं। इस व्रत का पारण तारे देखने के बाद होता है। मान्यता है कि इस दिन महिलाएं तारों की छांव में पूजा करके अर्घ्य देतीं हैं।

मां पार्वती के अहोई स्वरूप की होती है पूजा-

आपको बता दें, इस दिन माता पार्वती के अहोई स्वरूप की पूजा की जाती है। अहोई अष्टमी (Ahoi Ashtami) का उपवास भी कठोर व्रत माना जाता है। इस व्रत में माताएं पूरे दिन जल तक ग्रहण नहीं करती हैं। आकाश में तारों को देखने के बाद उपवास पूर्ण किया जाता है। इस दिन संतान की लंबी आयु की कामना करते हुए तारों की पूजा की जाती है।

संतान के लिए होता है ये व्रत-

धार्मिक ग्रंथों के अनुसार इस व्रत को करने से संतान के समस्त कष्ट दूर होते हैं। वहीं इस दिन विधिवत मां पार्वती एवं भगवान शिव की पूजा से संतान प्राप्ति होती है।

पूजा-विधि

अहोई व्रत के दिन माताएं सूर्योदय से पहले उठ जाएं और मंदिर में पूजा-अर्चना करें।

अहोई अष्टमी व्रत निर्जला रहकर किया जाता है।

यह व्रत तब तक चलता है जब तक आकाश में पहले तारे दिखाई नहीं देते।

स्नान करने के बाद दीवार पर अहोई माता की तस्वीर बनाएं। आप अहोई मां या अहोई भगवती के प्रिंट या पेंटिंग भी दीवार पर चिपका सकते हैं।

एक कलश में जल भरें

रोली, चावल और दूध से अहोई माता का पूजन करें। अहोई मां के चित्र के आगे अनाज, मिठाई और कुछ पैसे चढ़ाएं। इन प्रसादों को बाद में घर के बच्चों में बांटा जाता है। कुछ परिवारों में इस दिन अहोई मां की कथा सुनाने की परंपरा है।

रात में तारे को अर्घ्य देकर संतान की लंबी उम्र और सुखदायी जीवन की कामना करने के बाद अन्न ग्रहण करें।

Tags: Ahoi Ashtami 2024Ahoi Ashtami dateAhoi Ashtami muhuratahoi ashtami puja samagri
Previous Post

इस दिन से शुरू हैं पितृपक्ष, जानें डेट व महत्व

Next Post

विश्वकर्मा पूजा कब है, इस दिन भूलकर भी न करें ये काम

Writer D

Writer D

Related Posts

Lord Shiv
धर्म

सपने में भोलेनाथ से जुड़ी इन चीजों के दिखने का हैं अपना महत्व, जानें इसके बारे में

22/09/2025
Besan Face Pack
फैशन/शैली

ग्लोइंग स्किन के लिए बेस्ट है ये फेस पैक

21/09/2025
Surya Dev
धर्म

करें सूर्य चालीसा का पाठ, जीवन में भर जाएगी सुख-समृद्धि

21/09/2025
Sabudana Khichdi
Main Slider

इस बेहतरीन डिश से करें दिन की शुरुआत, टेस्ट के साथ मिलेगी हेल्थ भी

21/09/2025
White Hair
फैशन/शैली

सफेद बाल होंगे कुदरती काले, बस करें ये उपाय

21/09/2025
Next Post
Vishwakarma Puja

विश्वकर्मा पूजा कब है, इस दिन भूलकर भी न करें ये काम

यह भी पढ़ें

double murder

पूर्व प्रधान की अज्ञात बदमाशों ने गोली मारकर की हत्या, हत्यारोपी फरार

18/12/2020
Murder

हरदोई : विधि के छात्र की धारदार हथियार से हत्या, खेत में मिला शव

04/11/2020
If you want health with taste, then try blue tea once

स्वाद के साथ अगर चाहिए सेहत, तो एक बार जरूर ट्राई करें नीली चाय

15/04/2021
Facebook Twitter Youtube

© 2022 24घंटेऑनलाइन

  • होम
  • राष्ट्रीय
    • उत्तराखंड
    • उत्तर प्रदेश
    • छत्तीसगढ़
    • हरियाणा
    • राजस्थान
  • राजनीति
  • अंतर्राष्ट्रीय
  • क्राइम
  • मनोरंजन
  • शिक्षा
  • स्वास्थ्य
  • धर्म

© 2022 24घंटेऑनलाइन

Go to mobile version