नई दिल्ली। केरल के कोझिकोड में दुबई से आ रहा एयर इंडिया विमान दुर्घटनाग्रस्त हो गया। रनवे पर फिसलने के बाद विमान क्रैश हुआ है और दो हिस्सों में टूट गया। इस हादसे में पाटलट दीपक वसंक साठे की मौत हुई है।
A737 एयर इंडिया एक्सप्रेस में आने से पहले दीपक वसंत साठे भारतीय वायुसेना में फाइटर पायलट रहे थे। वह वायुसेना के (Indian Airforce) रिटायर विंग कमांडर थे। उन्होंने 11 जून 1981 को उन्हें एयरफोर्स में कमीशन मिली थी और 22 साल की सेवा के बाद 30 जून 2003 को रिटायर हुए थे।
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एयरफोर्स में उन्होंने AFA में स्वॉर्ड ऑफ ऑनर जीता था और फाइटर पायलट बने थे। एयर इंडिया एक्सप्रेस 737 में जाने से पहले दीपक एयर इंडिया के एयरबस 310 की उड़ान भी भर चुके थे। इसके अलावा वह एचएएल (Hindustan Aeronautics Limited) के टेस्ट पायलट भी रहे थे।
कोझिकोड के विमान हादसे में जान गंवाने वाले पायलट दीपक साठे को सोशल मीडिया पर लोग अपनी श्रद्धांजलि दे रहे हैं। एयरफोर्स के बैकग्राउंड और अपने कुशल एविएशन एक्सपीरियंस के बल पर दीपक ने कोझिकोड में विमान को बचाने की बहुत कोशिश की। लेकिन इन तमाम कोशिश के बावजूद दीपक का विमान हादसे का शिकार हो गया और इस घटना में कई लोगों की मौत हो गई।
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दीपक देश के उन चुनिंदा पायलट्स में से एक थे, जिन्होंने एयर इंडिया के एयरबस 310 विमान और बोइंग 737 को उड़ाया था। एयर इंडिया के अफसरों के मुताबिक, दीपक एयर इंडिया के बेहतरीन पायलट्स में से एक थे। कोझिकोड के हादसे के बाद हर कोई उन्हें याद करते हुए यह कह रहा है कि एयर इंडिया ने एक बेहद काबिल अधिकारी को खो दिया है।