नई दिल्ली। इंडियन एअरफोर्स के अपने सफर को सुगम बनाने के लिए सरकार सुविधाएं मुहैया करा रही है। सरकार ने आवागमन की सुविधा को आसान बनाने के लिए आगामी कुछ महीने में 56 विमान खरीदने का निर्णय लिया है।
CISF में निकली ASI के पदों 690 वैकेंसी, cisf.gov.in पर करें आवेदन
विमान कंपनी एयरबस के साथ 2.5 अरब डॉलर का यह सौदा तय किया गया है जिसके तहत ही भारतीय कंपनी की परियोजना को अंतिम रूप दिया जाएगा। जानकारी के अनुसार यह परियोजना मेक इन इंडिया मुहिम के तहत रक्षा क्षेत्र में पूरी की जाएगी। बताया जा रहा है कि विमान खरीदने की प्रक्रिया लगभग पूरी हो चुकी है और जल्द ही इसके सौदे पर अंतिम मुहर लगा दी जाएगी।
अगर आप देशी गाय और उसके फायदे जानते है तो दीजिये यह परीक्षा, देखें पूरे डिटेल
बता दें, पिछले माह ही रक्षा मंत्रालय ने वायुसेना के लिए 28 हजार करोड़ रुपये के हथियार और सैन्य उपकरण खरीदने की अनुमति दी थी जिसमें छह एयरबोर्न वार्निंग और कंट्रोल सिस्टम विमान भी शामिल किए गए हैं।
पहला समझौता
इस बारे में वायुसेना के अधिकारियों का कहना है कि यह अपनी तरह का पहला समझौता होने जा रहा है जिसमें दो प्राइवेट कंपनियों की भागीदारी है। इस परियोजना के समझौते के तहत एयरबस से सी-295 नामक 16 परिवहन विमान खरीदे जाएंगे और कंपनी के साथ मिलकर 40 विमानों का मेक इन इंडिया के तहत भारत में ही निर्माण किया जाएगा।
देश में बर्ड फ्लू का कहर जारी, शिवराज सिंह चौहान ने बुलाई आपात बैठक
वहीँ, इस बारे में रक्षा मंत्रालय की रिपोर्ट के अनुसार, भारतीय कंपनी की भागीदारी एयरबस के साथ है और इसके तहत 56 सी-295 विमान खरीदे जाएंगे। भारत में 40 विमानों को बनाने की मंजूरी लगभग मिल चुकी है और जल्द ही इस पर समझौते के हस्ताक्षर हो जाएंगे। भारत सरकार वायुसेना के एवरो विमानों की जगह सी-295 विमान लाने जा रही है।