Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

कोई भी व्यक्ति ठंड में रैन बसेरों में भूखा न सोए, खाने का भी प्रबन्ध किया जाए: एके शर्मा

AK Sharma

AK Sharma

लखनऊ। प्रदेश में भीषण ठंड और शीतलहर की स्थिति बन चुकी है, ऐसे में सभी नगरीय निकाय अपने यहां गरीबों, बेसहारों, बेघरों व मजबूरी में खुले में रात बिताने के लिए लाचार व्यक्तियों को ठंड एवं शीतलहर से बचने के लिए स्थाई-अस्थाई रैन बसेरा (Night Shelters) संचालित कराए। सभी रैन बसेरों में, बस व रेलवे स्टेशनों, अस्पतालों, बाजारों, मुख्य स्थानो के आसपास अलाव जलाने की व्यवस्था भी कराई जाए। लोग खुले में न सोए सभी निकाय अधिकारी रात्रि 9:00 बजे से 12:00 बजे के बीच मुख्य स्थानो का निरीक्षण करें। रैन बसेरों और अलाव जलाने की व्यवस्था का बेहतर संचालन के लिए नगर निगम में नगर आयुक्त, अपर नगर आयुक्त तथा नगर पालिका परिषदों व नगर पंचायत में अधिशासी अधिकारी स्वयं जाकर व्यवस्था का निरीक्षण करेंगे।

प्रदेश के नगर विकास एवं ऊर्जा मंत्री एके शर्मा (AK Shama) ने रविवार को प्रातः 8:00 बजे अपने 14 कालिदास आवास से सभी निकायों में रैन बसेरो के संचालन, अलाव जलाने की स्थिति व साफ-सफाई की व्यवस्था की वर्चुअल समीक्षा की। उन्होंने सभी नगर आयुक्तों, अधिशासी अधिकारियों से बात कर रैन बसेरों के संचालन एवं अलाव जलाने की वास्तविक स्थित जानी और गाजियाबाद, मेरठ, कानपुर, प्रयागराज, गोरखपुर, वाराणसी आदि नगरों की व्यवस्था भी देखी।

उन्होंने (AK Shama) निर्देश दिए कि जहां पर भी जरूरी हो रैन बसेरा (Night Shelters) जरूर संचालित कराए, खासतौर से रेलवे व बस स्टेशनों, अस्पतालों, लेबर अड्डों, बाजारों के आसपास रैन बसेरो की व्यवस्था हो। रैन बसेरों में ठंड से बचने के लिए गर्म कपड़े, कंबल, गर्म पानी, अलाव जलाने की व्यवस्था हो। साफ सफाई का विशेष ध्यान रखें, शौचालयों बेडशीट की स्वच्छता सफाई रखेंगे। उन्होंने कहा कि सभी निकाय अधिकारी संवेदनशील होकर गरीबों और मजबूर लोगों की मदद करें। रैन बसेरों के संचालन और अलाव जलाने की व्यवस्था में समाज और स्वयं सेवी संस्थाओं का भी सहयोग लिया जाय, जो स्वयं सेवी संस्थाएं इसमें आगे आना चाहती हैं उनका भी सहयोग करें।

उन्होंने (AK Shama) कहा कि लोग आसानी से रैन बसेरा (Night Shelters) पहुंच जाए, इसके लिए मुख्य स्थानो पर पर्याप्त शाइनेज लगाए जाएं, इसमें विभाग के साथ संचालक का भी संपर्क नंबर लिखा हो। लोगों को भी जागरूक करें और स्वयं भी रात्रि में गश्त करें, जिससे कोई भी व्यक्ति खुले में सोने को मजबूर न हो, खुले में सोने वालों को रैन बसेरा (Night Shelters) पहुंचाया जाए। व्यवस्था के बेहतर संचालन के लिए अधिकारियों द्वारा भी रात्रि में शेल्टर होम्स का निरीक्षण किया जाए और असामाजिक तत्वों पर भी निगरानी रखी जाए, जिला प्रशासन का भी इसमें सहयोग ले। कोई भी व्यक्ति ठंड में रैन बसेरों में भूखा न सोए, इसके लिए खाने का भी प्रबन्ध किया जाए।

नगर विकास मंत्री (AK Shama) ने निर्देशित किया कि गरीबों, वेसहारों को जिला प्रशासन के सहयोग से समाज एवं स्वयंसेवी संस्थाओं की मदद से कंबल आदि का वितरण भी कराए।साफ-सफाई कार्य में लगे निकाय सफाई कर्मी सुबह 5:00 बजे से सफाई करने के लिए निकल जाते हैं, सफाई मित्रों को भी ठंड से बचाने के लिए गर्म कपड़े, कंबल, जैकेट दिलाने में सहयोग करें। सभी निकायों में सुबह 8:00 बजे तक साफ सफाई हो जाए, इसका विशेष ध्यान रखें। ठंड पड़ रही है, हो सके तो सुविधा अनुसार सुबह 5:00 के बजाए सुबह 6:00 बजे से सफाई शुरू कराए।संचारी रोगों, मच्छर जनित बीमारियों, मलेरिया, डेंगू आदि की रोकथाम के लिए कहीं पर भी जल भराव न होने पाए, नालें-नालियों की सफाई कराते रहें। उन्होंने कहा कि सभी निकाय अपने यहां संचालित गौशालाओं में पशुओं को ठंड से बचाने के लिए भी पर्याप्त व्यवस्था करें, भूसा चारे के साथ ताजा पानी की व्यवस्था हो, यहां तक की खुले में घूम रहे पशुओं को भी ठंड से बचाने के लिए अस्थाई गोशाला संचालित कराया जाएं। ठंड से जनहानि और पशुहानि न होने पाए इसके लिए पर्याप्त प्रबंध व व्यवस्था की जाय। साथ ही कार्यों में विशेष सतर्कता भी बरती जाय। उन्होंने सूडा और डूडा के अधिकारियों को मलिन बस्तियों में साफ सफाई सुनिश्चित कराने के निर्देश दिए। साथ ही ठंड में इन बस्तियों में रहने वाले गरीबों को भी कंबल आदि देकर मदद करने को कहा।

उन्होंने (AK Shama) डी ट्रिपल सी के माध्यम से नगरीय व्यवस्थापन, साफ सफाई, अलाव जलाने और रैन बसेरों के संचालन आदि की व्यवस्था की मॉनिटरिंग करने के निर्देश दिए तथा टोल फ्री नंबर 1533 का भी प्रयोग करने को कहा।

सभी निकाय अधिकारी रैनबसेरों को पूर्ण गम्भीरता व जिम्मेदारी से संचालित करायें: एके शर्मा

बैठक में सहायक निदेशक सविता सिंह ने मंत्री जी को निकायों में संचालित स्थाई व अस्थाई रैन बसेरों और वर्तमान में उसमें रह रहे लोगों के बारे में बताया। वर्तमान में प्रदेश के सभी निकायों में 10,000 बेड क्षमता के कुल 685 रैन बसेरा (Night Shelters) संचालित है, इसमें से 4830 बेड क्षमता के 166 स्थाई और 5886 बेड क्षमता के 519 अस्थाई रैन बसेरा (Night Shelters) है। शनिवार तक इन स्थाई अस्थाई रैन बसेरों में कुल 2500 लोग रुके, जिसमें से 1325 लोग स्थाई रैन बसेरों में तथा 1175 लोग अस्थाई रैन बसेरों में रुके। बैठक में सभी निकाय अधिकारियों ने अपने-अपने निकायों में संचालित रैन बसेरों, अलाव जलाने व साफ सफाई की स्थिति के बारे में मंत्री जी को बताया।

बागपत और फिरोजाबाद के निकायों द्वारा लगाए गए शाइनेज को देखकर मंत्री जी ने सराहा और कहा कि सभी निकाय इसी प्रकार के बड़े आकार के शाइनेज लगाए। सहारनपुर के नगर आयुक्त ने बताया कि रात्रि में निरीक्षण के दौरान नशे में धुत एक व्यक्ति खुले में बैठा मिला, जिसको एंबुलेंस के माध्यम से अस्पताल पहुंचाया गया। प्रयागराज नगर आयुक्त से नगर के साथ माघ मेले में की गई व्यवस्था के बारे में भी जानकारी ली गई। अयोध्या नगर आयुक्त को अयोध्या धाम की साफ सफाई, शौचालयों की व्यवस्था, सेंटर होम्स के बेहतर संचालन के निर्देश दिए और कहा की प्रधानमंत्री के आगमन के बाद वहां पर लोगों का जमावड़ा बढ़ेगा, इसके लिए व्यवस्था चाक चौबंद रहे। कानपुर के नगर आयुक्त ने बताया कि जिलाधिकारी के नेतृत्व में निगरानी समिति बनाई गई है, व्हाट्सएप ग्रुप के माध्यम से भी वास्तविकता की जानकारी ली जा रही है। मेरठ नगर आयुक्त ने कहा कि खुले में सोने वालों को रैन बसेरों में पहुंचाने के लिए वाहन की व्यवस्था की गई है। गाजियाबाद के नगर आयुक्त ने एक शेल्टर होम्स में जाकर वहां की व्यवस्था भी दिखाई।

रैन बसेरो की ऐसी हो व्यवस्था, यहां आकर लोगों को हो घर जैसा एहसास: एके शर्मा

वर्चुअल बैठक में नगरीय निकाय निदेशक नितिन बंसल, निदेशक सूडा अनिल कुमार पाठक, सभी नगर आयुक्त, अधिशाषी अधिकारी, सूडा डूडा के अधिकारी, डी ट्रिपल सी के अधिकारी, अपर निदेशक मो0 असलम अंसारी, उपनिदेशक सुनील यादव आदि ने प्रतिभाग किया।

Exit mobile version