समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष और उत्तर प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने शिवपाल सिंह यादव के सैफई की होली से नदारत रहने पर सांकेतिक भाषा मे बड़ा बयान दिया है। अखिलेश यादव ने चाचा शिवपाल सिंह यादव को लेकर कहा कि वो होली कहीं और मना रहे होंगे। समाजवादी पार्टी में सत्तासंघर्ष के बीच शिवपाल सिंह यादव ने संसदीय चुनाव के पूर्व प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया के नाम से अपनी नई पार्टी का गठन कर लिया था।
संसदीय चुनाव में प्रदेश के साथ देश की कई सीटों पर अपने उम्मीदवारों को भी उतारा था, लेकिन खुद शिवपाल समेत किसी भी उम्मीदवार की जमानत नहीं बच सकी। संसदीय चुनाव के नतीजों के बाद शिवपाल सिंह यादव समाजवादी पार्टी से गठबंधन करके चुनाव लड़ने की पेशकश करने लगे। इसके बाद शिवपाल सिंह के समर्थक उनके तरह-तरह की चर्चा भी करने में जुट गए, लेकिन समय-समय पर शिवपाल सिंह यादव अपने भतीजे अखिलेश यादव पर इशारों ही इशारों में तंज कसना नहीं भूलते।
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उन्हीं के नतीजों के क्रम में अखिलेश भी ऐसे की कुछ सांकेतिक भाषा में चाचा शिवपाल पर सवाल खड़े करने मे जुट गए हैं। पंचायत चुनाव को लेकर जहां एक ओर शिवपाल सिंह यादव ने अपने भतीजे और निवर्तमान जिला पंचायत अध्यक्ष अभिषेक यादव को एक बार फिर से जिला पंचायत अध्यक्ष बनाने का आशीर्वाद दिया है। ऐसे में शिवपाल की मुलायमी होली से दूरी कहीं न कहीं बड़ा संकेत माना जा रहा है।
लंबे अरसे से अपने भतीजे अखिलेश यादव से वैचारिक मतभेद के चलते प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया का गठन कर चुके शिवपाल सिंह यादव ने होली के मौके पर इस दफा एक नई इबारत लिख डाली है। उन्होंने अपने पिता सुधर सिंह के नाम पर स्थापित किए एस.एस.मेमोरियल स्कूल में होली का जश्न अपने समर्थकों के साथ में मनाया।
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इससे पहले शिवपाल सिंह यादव मुलायमी आंगन में होली का जश्न मनाने आते रहे थे। बेशक शिवपाल सिंह यादव ने प्रगतिशील समाजवादी पार्टी का गठन करके अपनी अलग राह चुन ली हो, लेकिन अभी तक उन्होंने समाजवादी पार्टी से इस्तीफा नहीं दिया है। शिवपाल सिंह यादव अपनी परंपरागत जसवंतनगर विधानसभा से समाजवादी पार्टी से विधायक निर्वाचित हैं। फिरोजाबाद संसदीय चुनाव में समाजवादी पार्टी के अधिकृत उम्मीदवार अक्षय यादव के खिलाफ शिवपाल के चुनाव मैदान में उतरने पर उनके खिलाफ विधानसभा छीनने की भी कार्रवाई के तहत नोटिस दिया गया था, लेकिन पारिवारिक दबाव के बाद अखिलेश यादव ने पार्टी की सदस्यता छीनने की याचिका वापस ले ली थी। तब ऐसा माना जाने लगा था कि दोनों के बीच सामंजस जैसा माहौल बन रहा है।
वैसे शिवपाल सिंह यादव पंचायत चुनाव को लेकर कह चुके हैं कि उनके भतीजे अभिषेक जिला पंचायत अध्यक्ष बने। वे ऐसा चाहते हैं कि जिला पंचायत चुनाव में सपा और प्रसपा की एक हो जाये। भले ही शिवपाल यादव समाजवादी पार्टी से अलग हो चुके हैं, लेकिन अभी भी परिवार के लोगों से उनके संबध पहले जैसे ही हैं। जहां तक जिला पंचायत अध्यक्ष के पद की बात है तो उनके भतीजे अभिषेक यादव एक बार फिर से दावेदारी करेंगे, जिसमें शिवपाल के आर्शीवाद की जरूरत सबसे अहम मानी जा रही थी और वो आर्शीवाद मिल गया है।