वाराणसी। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष और प्रदेश के पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने सोमवार को कहा कि भाजपा जानबूझ कर कभी ताजमहल का सवाल तो कभी ज्ञानवापी मस्जिद का मामला उठाती है। ज्ञानवापी का मुद्दा भाजपा द्वारा प्रायोजित है। इसके पीछे जो लोग भी हैं उन्हें भाजपा ने स्पॉन्सर किया है।
विधानसभा चुनाव में मतगणना के पूर्व पहड़िया मंडी में ईवीएम को लेकर हुए बवाल में चौकाघाट स्थित जिला कारागार में बंद कार्यकर्ताओं से मुलाकात के बाद अखिलेश यादव मीडिया से बातचीत कर रहे थे। कार्यकर्ताओं से मुलाकात की बात बताते हुए पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि ईवीएम मामले में प्रशासन से हुई चूक को चुनाव आयोग ने भी माना। इसके बाद भी 600 अज्ञात लोगों पर मुकदमा दर्ज किया गया।
इसके नाम पर सपा कार्यकर्ताओं का लगातार उत्पीड़न किया जा रहा है। उन्होंने कहा कि इस मामले में पार्टी के कार्यकर्ता लोकतंत्र बचाने के लिए जेल गये हैं। पार्टी जो भी लीगल मदद होगा कार्यकर्ताओं और उनके परिवार की करेगी। कार्यकर्ताओं को निर्दोष बताते हुए उन्होंने कहा कि सरकार भेदभाव और जाति के आधार पर कार्यवाही कर रही है।
प्रदेश की पुलिस दबिश नहीं दबंगई दिखाने जाती है : अखिलेश यादव
चंदौली की घटना का उल्लेख कर पूर्व मुख्यमंत्री ने कहा कि पुलिस को किसने अधिकार दे दिया कि घर में घुसकर मारपीट करेगी। बेटी निशा की जान पुलिस की दबिश की वजह से गई है। अखिलेश यादव ने सरकार पर निशाना साधते हुए कहा कि आज देश की अर्थव्यवस्था कहां पहुंच गई है। डालर की कीमत कहां से कहां पहुंच गई है। बीजेपी के लोग पहले कहते थे कि रूपया कितना कमजोर हो गया है। मुझे तो लगता है कि बीजेपी के लोगों ने रूपया को इतना कमजोर कर दिया है, डालर की रफ्तार देखिये कहां पहुंच गई है।
एक सवाल के जबाब में सपा प्रमुख ने कहा कि कार्यकाल के दौरान पार्टी की सरकार ने काम नहीं किया होता तो देश के प्रधानमंत्री हरक्यूलिस विमान से सड़क पर नहीं उतर पाते। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को कहना पड़ रहा है कि भाजपा कार्यकर्ता दलाली न करें। इसका मतलब है कि भाजपा के जनप्रतिनिधि भी दलाली में लिप्त है। उन्होंने सवाल किया कि क्या दलाली करना ही रामराज्य है। क्या थाने में दुष्कर्म होना और बेटी की दबिश के दौरान हत्या करना रामराज्य है। वार्ता के दौरान एमएलसी आशुतोष सिंहा, पूर्व दर्जा प्राप्त राज्यमंत्री मनोज राय धूपचंडी, जिला और महानगर अध्यक्ष आदि मौजूद रहे।