लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने शनिवार शाम को लखनऊ में एक इफ्तार पार्टी (Iftar Party) में हिस्सा लिया। वहीं, बीते कुछ समय से ये बात लगातार सामने आ रही है कि विधानसभा चुनाव के बाद कुछ मुस्लिम नेता उनसे नाराज चल रहे हैं। पार्टी में सब कुछ ठीक नहीं चल रहा है। इसी बीच अखिलेश यादव का इफ्तार पार्टी में शामिल होना बेहद अहम माना जा रहा है। बता दें कि अखिलेश यादव ने ऐशबाग ईदगाह में हुई इफ्तार पार्टी में शिरकत की।
हाल ही में मुस्लिम नेताओं की ओर से कहा गया था कि अगर अखिलेश कुछ बोलते भी हैं तो उनकी आवाज सोशल मीडिया तक ही सीमित रह जाती है। अखिलेख यादव ने आजम खान (Azam Khan), शहजिल इस्लाम औऱ नाहिद हसन समेत कई नेताओं पर कार्रवाई के बाद भी कोई खास प्रतिक्रिया नहीं दी थी।
कुछ दिन पहले ही आजम खान के समर्थन में सपा के बड़े नेता सलमान जावेद राइन ने इस्तीफा दे दिया था। उन्होंने अखिलेश यादव पर मुसलमानों के लिए न बोलने का आरोप भी लगाया था। सलमान जावेद सुल्तानपुर विधानसभा सीट से समाजवादी पार्टी सचिव हैं। उन्होंने कहा था कि सपा नेताओं पर हो रही कार्रवाई पर अखिलेश ने चुप्पी साधी हुई है, जिससे नाराज होकर वह इस्तीफा दे रहे हैं।
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हाल ही में 11 अप्रैल को सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव को सवालों के घेरे में खड़ा कर दिया गया था। आजम खान के मीडिया प्रभारी फसाहत अली खां शानू ने आरोप लगाया था कि अखिलेश यादव नहीं चाहते कि आजम खान जेल से बाहर आएं। फसाहत अली ने ये आरोप सीएम योगी के बयान को सही ठहराते हुए लगाए।
फसाहत अली खां शानू ने कहा था कि क्या यह मान लिया जाए कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सही कहते हैं कि अखिलेश नहीं चाहते कि आजम खां जेल से बाहर आएं। फसाहत अली ने कहा कि जेल में बंद आजम खां के जेल से बाहर न आने की वजह से हम लोग सियासी रूप से यतीम हो गए हैं।