लखनऊ। उत्तर प्रदेश की सीतापुर जेल (Sitapur Jail) में 26 महीने से बंद समाजवादी पार्टी के विधायक आज़म खां (Azam Khan) को लेकर आखिर सपा सुप्रीमो अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपनी ज़बान खोली और उनकी ज़मानत के लिए कोशिश करने की बात कही। आज़म 26 महीने से जेल में हैं लेकिन इस बीच अखिलेश यादव ने उनसे सिर्फ एक बार मुलाक़ात की है।
समाजवादी पार्टी की बेरुखी से आज़म खां भी काफी नाराज़ हैं। आज़म को उम्मीद थी कि विधानसभा चुनाव में समाजवादी पार्टी अच्छा प्रदर्शन करेगी और सरकार की वापसी के साथ ही उनकी रिहाई का रास्ता भी साफ़ हो जाएगा लेकिन समाजवादी पार्टी अपनी सीटें ढाई गुना बढ़ाकर भी सत्ता से काफी दूर रह गई।
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सरकार बनाने से चूक गए अखिलेश यादव ने आज़म खां से न तो मुलाक़ात का कोई कार्यक्रम बनाया और न ही उनकी रिहाई के लिए क़ानून के जानकारों से बात की। इसी बीच जयंत चौधरी आज़म खां के परिवार से मिलने उनके घर गए और शिवपाल सिंह यादव ने सीतापुर जेल जाकर आज़म खां से मुलाक़ात की। इस मुलाक़ात के बाद शिवपाल सिंह यादव ने कहा कि अगर नेताजी अखिलेश ने कोशिश की होती तो आज आज़म खां जेल से बाहर होते।
शिवपाल सिंह यादव के बयान के बाद बैकफुट पर आये अखिलेश यादव ने आज लखनऊ मध्य के विधायक रविदास मेहरोत्रा को आजम खां से मिलने सीतापुर जेल भेजा लेकिन आज़म खां ने यह कहकर मिलने से इनकार कर दिया कि उनकी तबियत ठीक नहीं है।
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रविदास मेहरोत्रा से मिलने से इनकार के बाद अखिलेश यादव ने कहा कि समाजवादी पार्टी आज़म खां के साथ है और उनकी ज़मानत के लिए कोशिश करेगी। अखिलेश यादव ने आज़म खां को लेकर तब बयान दिया है जब समाजवादी पार्टी से कई मुस्लिम नेता आज़म खां की अनदेखी की वजह से किनारा कर चुके हैं।