लखनऊ। 27 महीने बाद सपा के वरिष्ठ नेता आजम खान (Azam Khan) जेल से रिहा हो गए। वे सीतापुर जेल में बंद थे। आजम खान के दोनों बेटे अब्दुल्ला आजम (Abdullah) और अदीब (Adeeb) उन्हें लेने पहुंचे। इतना ही नहीं प्रसपा नेता शिवपाल यादव (Shivpal Yadav) ने भी सीतापुर जेल में आजम खान से मुलाकात की।
हालांकि, इस दौरान सपा का कोई बड़ा नेता उनके स्वागत में नहीं पहुंचा। वहीं आजम खान की रिहाई के कुछ देर बाद समाजवादी पार्टी के प्रमुख अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने चुप्पी तोड़ते हुए ट्वीट कर खुशी जताई और कहा कि, “झूठ के लम्हे होते हैं, सदियां नहीं।”
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने ट्वीट किया, सपा के वरिष्ठ नेता व विधायक आजम खान के जमानत पर रिहा होने पर उनका हार्दिक स्वागत है। जमानत के इस फैसले से सर्वोच्च न्यायालय ने न्याय को नये मानक दिये हैं। पूरा ऐतबार है कि वो अन्य सभी झूठे मामलों-मुकदमों में बाइज्जत बरी होंगे। उन्होंने लिखा, झूठ के लम्हे होते हैं, सदियां नहीं!
सपा के वरिष्ठ नेता व विधायक मा. श्री आज़म ख़ान जी के जमानत पर रिहा होने पर उनका हार्दिक स्वागत है। जमानत के इस फ़ैसले से सर्वोच्च न्यायालय ने न्याय को नये मानक दिये हैं।पूरा ऐतबार है कि वो अन्य सभी झूठे मामलों-मुक़दमों में बाइज़्ज़त बरी होंगे।
झूठ के लम्हे होते हैं, सदियाँ नहीं!
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) May 20, 2022
27 महीने बाद जेल से बाहर आएं आज़म खान, शिवपाल ने किया स्वागत
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से नाराज चल रहे आजम खान!
विधानसभा चुनाव के बाद से आजम खान के अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से नाराज होने की खबरें आती रही हैं। इन खबरों को बल आजम खान के करीबी फसाहत अली खान ने यह कह कर और दे दिया था कि ‘क्या यह मान लिया जाए कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ सही कहते हैं कि अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) नहीं चाहते कि आजम खान जेल से बाहर आएं? उन्होंने कहा था कि हम लोग यतीम हो गए। हमारे साथ तो वो समाजवादी पार्टी भी नहीं है, जिसके लिए हमने अपने खून का एक-एक कतरा बहा दिया। हमारे नेता मोहम्मद आजम खान ने अपनी जिंदगी सपा को दे दी, लेकिन सपा ने उनके लिए कुछ नहीं किया।
परिवार के लोग भी नाराज
इतना ही नहीं मीडिया में खबरें आती रही हैं कि आजम खान का परिवार और करीबी सपा और अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) से नाराज हैं। आजम के करीबियों का आरोप था कि पार्टी के लिए खून-पसीना बहाने वाले मुस्लिम नेता की रिहाई के लिए अखिलेश यादव ने कोई प्रयास नहीं किया।