लखनऊ। उत्तर प्रदेश के पूर्व सीएम अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने महाकुंभ (Maha Kumbh) संगम में हुए हादसे को लेकर शोक जताया है। उन्होंने श्रद्धांजलि देते हुए कहा कि महाकुंभ में अव्यवस्थाजन्य हादसे में श्रद्धालुओं के हताहत होने का समाचार बेहद दुखद है। उन्होंने कहा कि हमारी सरकार से अपील है कि गंभीर रूप से घायलों को एअर एंबुलेंस की मदद से निकटतम सर्वश्रेष्ठ हॉस्पिटलों तक पहुंचाकर तुरंत चिकित्सा व्यवस्था की जाए। मृतकों के शवों को चिन्हित करके उनके परिजनों को सौंपने और उन्हें उनके निवास स्थान तक भेजने का प्रबंध किया जाए।
जो लोग बिछड़ गये हैं, उन्हें मिलाने के लिए त्वरित प्रयास किये जाएं। हेलीकाप्टर का सदुपयोग करते हुए निगरानी बढ़ाई जाए। उन्होंने सोशल मीडिया एक्स पर पोस्ट शेयर करते हुए कहा कि सतयुग से चली आ रही शाही स्नान की अखण्ड-अमृत परंपरा को निरंतर रखते हुए, राहत कार्यों के समानांतर सुरक्षित प्रबंधन के बीच मौनी अमावस्या के शाही स्नानको संपन्न कराने की व्यवस्था की जाए।
घटना से सबक ले सरकार
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि श्रद्धालुओं से भी हमारी अपील है कि वो इस कठिन समय में संयम और धैर्य से काम लें और शांतिपूर्वक अपनी तीर्थयात्रा संपन्न करें। सरकार आज की घटना से सबक लेते हुए श्रद्धालुओं के रुकने, ठहरने, भोजन-पानी व अन्य सुविधाओं के लिए अतिरिक्त प्रबंध करे। उन्होंने हादसे में आहत हुए सभी लोगों के शीघ्र स्वास्थ्य की कामना।
प्रयागराज महाकुंभ हादसे से अत्यंत दुखी हूं… PM मोदी ने घायलों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की
सूबे की पूर्व मुख्यमंत्री मायावती ने भी हादसे को लेकर गहरा शोक जताया है। उन्होंने कहा कि प्रयागराज की संगम स्थली पर, महाकुम्भ में हुई भगदड़ में, जिन भी श्रद्धालुओं ने अपनी जान गंवाई है व घायल हुये हैं यह घटना अति-दुःखद व चिन्तनीय है। ऐसे समय में कुदरत पीडि़तों को इस दुःख को सहन करने की शक्ति दे।
प्रबंधन से ज़्यादा स्व प्रचार पर ध्यान देना
कांग्रेस पार्टी के अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे ने कहा कि महाकुंभ के दौरान, तीर्थराज संगम के तट पर हुई भगदड़ से कई लोगों की जान गई है और अनेकों लोगों के घायल होने का समाचार बेहद हृदयविदारक है। श्रद्धालुओं के परिजनों के प्रति हमारी गहरी संवेदनाएं और घायलों की शीघ्रातिशीघ्र स्वास्थ्य लाभ की हम कामना करते हैं। आधी अधूरी व्यवस्था, वीआईपी मूवमेंट, प्रबंधन से ज़्यादा स्व प्रचार पर ध्यान देना और बदइंतज़ामी इसके के लिए ज़िम्मेदार हैं। हज़ारों करोड़ रुपए खर्च करने के बावजूद ऐसी व्यवस्था होना निंदनीय है।
खरगे बोले- वीआईपी मूवमेंट पर लगाम लगानी चाहिए
अभी कई महत्वपूर्ण शाही स्नान बचे हैं, तो केंद्र और राज्य सरकारों को अब चेत जाना चाहिए और व्यवस्था को सुधारना चाहिए ताकि आगे ऐसी अप्रिय घटनाएं न हों। श्रद्धालुओं के ठहरने, भोजन, प्राथमिक चिकित्सा व मूवमेंट आदि की व्यवस्था में विस्तार करना चाहिए और वीआईपी मूवमेंट पर लगाम लगानी चाहिए। यही हमारे साधु संत भी चाहते हैं। कांग्रेस के हमारे कार्यकर्ताओं से अनुरोध है कि पीड़ितों को हर संभव मदद करें।