उत्तर प्रदेश में अगले साल होने वाले विधानसभा चुनाव में अभी छह महीने से अधिक का वक्त बचा है, लेकिन सूबे में सियासत तेज हो गई हैं। इस समय सभी राजनीतिक दल गठबंधन करने की कवायद के साथ जीत की रणनीति बनाने में पूरी मुस्तैदी से जुटे हैं।
इस बीच समाजवादी पार्टी ने विधानसभा चुनाव को लेकर एक थीम सॉन्ग का वीडियो लॉन्च किया है। इसे सपा प्रमुख और यूपी के पूर्व सीएम अखिलेश यादव ने ट्वीटर पर शेयर करते हुए लिखा, ‘सुख दुख में साथ निभाया है, सुख दुख में साथ निभाएंगे।’
सुख दुःख में साथ निभाया है
सुख दुःख में साथ निभाएँगे pic.twitter.com/LxyBYnrfZP— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) June 27, 2021
यही नहीं, इस वीडियो में समाजवादी पार्टी ने कोरोना काल के दौरान लोगों को परेशान होते हुए दिखाने के साथ सूबे की योगी सरकार की तमाम कमियां पर नजर डाली है। वहीं, कोरोना की महामारी के दौरान समाजवादी पार्टी के कार्यकर्ताओं को लोगों की मदद करते दिखाया है। साफ है कि सपा भाजपा सरकार पर हमला करने का कोई मौका नहीं चूक रही है। वैसे भी अखिलेश यादव ने कोरोना काल के दौरान योगी सरकार पर सही प्रकार से रणनीति नहीं बनाने के लिए लगातार हमले किए थे।
आजम खान की बढ़ी मुश्किलें, जौहर यूनिवर्सिटी मामले में ED ने तलब की रिपोर्ट
बहरहाल, यूपी पंचायत चुनाव में समाजवादी पार्टी ने ने सिर्फ भाजपा को अच्छी खासी टक्कर दी बल्कि कई जिलों में अच्छा प्रदर्शन किया था। यही नहीं, मौजूदा दौर में यूपी में जिला पंचायत अध्यक्ष के चुनाव को लेकर सियासत तेज है और यहां पर भी भाजपा और सपा में ही सीधी टक्कर दिख रही है। हालांकि अखिलेश यादव ने भाजपा पर चुनाव में उनके प्रत्याशियों को पैसे के लालच के अलावा डराने के आरोप भी लगाए हैं।
यूपी की सत्ता पर काबिज भाजपा पिछले कुछ महीनों से लगातार विधानसभा चुनाव को लेकर मंथन कर रही है। जबकि सपा और बसपा का भी बैठकों का दौर जारी है। सपा भी छोटे-छोटे दलों के साथ 2022 के लिए गठबंधन की संभावना तलाश रही है, तो बसपा सुप्रीमो मायावती ने यूपी के साथ उत्तराखंड विधनसभा चुनाव अकेले दम पर लड़ने का ऐलान कर दिया है। इसके अलावा पूर्व कैबिनेट मंत्री ओमप्रकाश राजभर और बाबू सिंह कुशवाहा के भागीदारी संकल्प मोर्चा में शामिल होकर ऑल इंडिया मजलिस-ए-इत्ताहादुल मुस्लिमीन (एआईएमआईएम) के असदुद्दीन ओवैसी ने यूपी में 100 सीटों पर लड़ने का ऐलान कर दिया है।