लखनऊ। हाथरस में गैंगरेप की शिकार दलित लड़की की मौत के बाद परिवार की मर्जी के बगैर दाह संस्कार कर दिया गया। इस घटना पर विपक्ष को पुलिस और सरकार पर हमला करने का बड़ा मौका दे दिया है। घटना को लेकर यूपी में सियासत गर्म है।
सपा के राष्ट्रीय अध्यक्ष और पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने भी इस मामले को लेकर सरकार पर बड़ा हमला बोला है। अखिलेश ने कहा कि हाथरस की बेटी का जबरन दाह संस्कार सबूत मिटाने की कोशिश है। ऐसा करके भाजपा सरकार ने पाप भी किया है और अपराध भी।
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अपने अधिकारिक हैंडल पर सपा मुखिया ने लिखा-‘हाथरस की बेटी बलात्कार-हत्याकांड’ में शासन के दबाव में, परिवार की अनुमति बिना, रात्रि में पुलिस द्वारा अंतिम संस्कार करवाना, संस्कारों के विरुद्ध है। ये सबूतों को मिटाने का घोर निंदनीय कृत्य है। भाजपा सरकार ने ऐसा करके पाप भी किया है और अपराध भी। इस ट्वीट के साथ अखिलेश ने #नहीं_चाहिए_भाजपा और #Hathras भी लिखा है।
हाथरस की बेटी बलात्कार-हत्याकांड’ में शासन के दबाव में, परिवार की अनुमति बिना, रात्रि में पुलिस द्वारा अंतिम संस्कार करवाना, संस्कारों के विरुद्ध है. ये सबूतों को मिटाने का घोर निंदनीय कृत्य है.
भाजपा सरकार ने ऐसा करके पाप भी किया है और अपराध भी. #नहीं_चाहिए_भाजपा#Hathras
— Akhilesh Yadav (@yadavakhilesh) September 30, 2020
बता दें कि यूपी के हाथरस में दलित युवती के साथ निर्भया जैसी हैवानियत पर सियासत गरमा गई है। सोशल मीडिया पर लोगों का आक्रोश झलक रहा है। दिल्ली के जिस सफदरजंग अस्पताल में पीड़िता ने कल आखिरी सांस ली और उसके बाद अस्पताला के बाहर प्रदर्शन हुआ, कैंडल मार्च निकला।
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बुधवार को इस मामले के विरोध में जुलूस निकाल रहे लोगों को पुलिस ने मेण्डु रोड पर रोकने की कोशिश की। इसके बाद हंगामा शुरू हो गया है। गुस्साई भीड़ ने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया है। भीड़ को नियंत्रित करने के लिए पुलिस ने जमकर लाठियां भांजी है। इस दौरान कई लोग चोटिल हो गए हैं। भीड़ को काबू में करने के लिए पुलिस ने आंसू गैस के गोले भी छोड़े।