समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अखिलेश यादव ने मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ को कोरोना से मुक्त होने पर बधाई दी है तो गेहूं खरीद और गन्ना पेराई को लेकर उनके बयान पर उन्हें घेरा भी है ।
ज्ञी यादव ने आज यहां जारी बयान में कहा कि मुख्यमंत्री कोरोना संक्रमण से मुक्त हुए हैं इसके लिए बधाई लेकिन जब हालात कोरोना को लेकर इतने दर्दनाक हों तब गेहूं खरीद और गन्ना पेराई संबंधी बयान जख्म को कुरेद देते हैं।
कोरोना की महामारी में कहाँ व्यापारिक गतिविधियाँ चल रही हैं। गेहूँ खरीद कई जनपदों मैं बंद चल रही है । क्रय केंद्र खुल नहीं रहें हैं। जो खुले हैं खरीद के बजाय बोरियां कम होने, तौलमापक के खराब होने तथा भुगतान के लिए पैसा न होने के बहाने बना रहे हैं।
फिर से वाहवाही वाला चश्मा पहन लिया है योगी ने : अखिलेश
मजबूरी में किसान एमएसपी के बजाय बिचौलियों को बहुत काम दामों में अपनी फसल बेच रहा है। धान की लूट हो चुकी है।
मुख्यमंत्री का नया एलान है कि जब तक खेतों में गन्ना रहेगा तबतक मिलें चलेंगी। इस संकट काल में कितनी मिलें चल रहीं हैं यह भाजापा सरकार को बताना चाहिए। किसान लम्बे समय से अपने भुगतान के लिए परेशान है। उसका करीब 15 हजार करोड़ बकाया है। ब्याज छोड़िये मूलधन भी हाथ नहीं लगा है। चार वर्ष से गन्ने की कीमत भी नहीं बढ़ी है। किसान का गन्ना तो पहले ही बर्बाद हो चुका है। चीनी मिलों में किसानों को घटतौली से लेकर के भुगतान तक में दिक्कत उठानी पड़ी है।