लखनऊ। उत्तर प्रदेश विधानसभा में मॉनसून सत्र (Monsoon Session) की शुरुआत के साथ ही हंगामा शुरू हो गया। सत्र की शुरुआत के पहले सीएम योगी आदित्यनाथ ने प्रदेश के मुद्दों को लेकर सदन में सार्थक चर्चा करने के लिए विपक्ष को साथ आने की अपील की। लेकिन, विधानसभा की कार्यवाही शुरू होते ही विपक्षी सदस्यों का हंगामा शुरू हो गया। विपक्ष के विधायक यूपी विधानसभा की बेल में पहुंच गए। वे मणिपुर हिंसा और टमाटर के मूल्य में वृद्धि के मुद्दे पर सरकार को घेर रहे थे। इसी दौरान नेता प्रतिपक्ष समाजवादी पार्टी अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने मणिपुर हिंसा का मुद्दा उठाते हुए देश के सबसे बड़े राज्य की विधानसभा में इस पर बहस की मांग कर दी। हालांकि, विधानसभा अध्यक्ष ने उनकी मांग को खारिज कर दिया। विपक्षी सदस्य हंगामा करते रहे और विधानसभा अध्यक्ष सतीश महाना ने विधानसभा की कार्यवाही को जारी रखा। हालांकि, लगातार हंगामा के बाद उन्होंने कार्यवाही को आधे घंटे के लिए स्थगित कर दिया।
#WATCH | Lucknow, UP: In the State Assembly, Samajwadi Party (SP) chief Akhilesh Yadav says, “There is no place in the world where the Manipur incident hasn’t been condemned. In America, the President’s office has condemned it…England has condemned it. Can’t we expect the flood… pic.twitter.com/2ffivaMcmT
— ANI UP/Uttarakhand (@ANINewsUP) August 7, 2023
विधानसभा अध्यक्ष ने नियमावली के तहत उत्तर प्रदेश से बाहर का मुद्दा नहीं उठाए जाने की बात कही, इस पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) अलग ही तर्क देते दिखे। उन्होंने पहले तो कहा कि देश का सबसे बड़ा राज्य यूपी है। यहां की विधानसभा में देश के एक राज्य में हुई घटना पर चर्चा होनी चाहिए। इस पर विधानसभा अध्यक्ष ने इसका प्रदेश से कोई जुड़ाव नहीं बताया। इस पर अखिलेश ने कहा कि सीएम योगी आदित्यनाथ (CM Yogi) तो हर प्रदेश में वोट मांगने जाते हैं। उनकी मांग राष्ट्रीय स्तर पर होने वाले चुनावों में होती है। मणिपुर चुनाव में भी वोट मांगने गए थे। इसलिए, मणिपुर के मुद्दे पर चर्चा कर लोगों के बीच बनी डर की भावना को दूर किया जाना जाना चाहिए।
UP Assembly Monsoon Session: अतीक-अशरफ को दी गई श्रद्धांजलि
सीएम योगी पर तंज साधते हुए उन्होंने कहा कि मणिपुर मुद्दे पर बोलकर उन्हें देश की आवाज बन जाना चाहिए। हम तो चाहते हैं कि वे देश की आवाज बनें। इस पर भाजपा खेमे से एक सदस्य की आवाज गूंजी, चलिए आपने मान लिया, सीएम योगी आदित्यनाथ राष्ट्रीय स्तर के नेता हैं।
अखिलेश (Akhilesh Yadav) की मांग पर विधानसभा अध्यक्ष ने कहा कि मणिपुर में जो कुछ हुआ, वह गलत है। लेकिन, हम इस पर विधानसभा में चर्चा नहीं करेंगे। उन्होंने कहा कि मणिपुर, पश्चिम बंगाल और केरल में क्या हो रहा है? यह उन राज्यों का विषय है। उसकी जहां पर चर्चा होनी चाहिए, वहां हो। हम यहां पर चर्चा करने के लिए नहीं बैठे हैं।