हरदोई। उत्तर प्रदेश विधान परिषद के शिक्षक स्नातक चुनाव (MLC Elections) में भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) को मिली बड़ी जीत पर तंज कसते हुये समाजवादी पार्टी (सपा) अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav ) ने कहा कि उनको बेईमानी से जीत की बधाई,यही काम जिला पंचायत के चुनाव में भी हुआ था।
रामचरितमानस को लेकर बहुजन समाज पार्टी (बसपा) अध्यक्ष मायावती के ट्वीट पर पलटवार करते हुये उन्होंने कहा “ भाजपा बहुत होशियार पार्टी है। वह खुद नहीं बोलती बल्कि दूसरे दलों से बुलवाती है।”
एक वैवाहिक कार्यक्रम में शिरकत करने के बाद सपा अध्यक्ष (Akhilesh Yadav ) ने पत्रकारों से बातचीत में कहा कि भाजपा एक होशियार पार्टी है जो खुद जवाब नही देना चाहती है, कभी-कभी दूसरे दलों को आगे कर देती है! जहां तक सवाल संविधान का है तो समाजवादियों के लिये सबसे बड़ा धर्म हमारा संविधान है। हम इस लोकतंत्र की पूजा कहते है। संविधान जो हमें अधिकार देता है अधिकार छीने जा रहे है। संविधान में कहा गया है कि भेदभाव करे। संविधान में कहां कहा गया है कि धर्म को ऊंचा नीचा दिखाये।
उन्होने कहा कि डा भीम राव अम्बेडकर और डा राम मनोहर लोहिया ने अधिकारों के लिये जो आंदोलन चलाया, वही अधिकार भाजपा छीन रही है। लोगों को अपमानित कर रही है।
योग गुरू बाबा रामदेव के राजस्थान में दिये गये बयान पर प्रतिक्रिया व्यक्त करते हुये श्री यादव ने कहा कि यह भाज
हादसे का शिकार हुआ अखिलेश यादव का काफिला, कई घायल
पा के कई रूप के कई तरह के लोग है जो सहयोग देते है साथ देते है। बाबा रामदेव के लिये चिंता इसलिये मत करिये कि वह सिखा नहीं रहे है बल्कि व्यापार कर रहे है। उम्मीद है कि वह पूरे प्रदेश में अच्छा तेल घी, बिस्कुट, पाउडर नमकीन अच्छा बेंचेगे।
विधान परिषद चुनाव में भाजपा की जीत पर श्री यादव ने कहा कि भाजपा बेईमानी करके और एक दूसरे को बधाई देती है। यह कोई पहला चुनाव, उत्तर प्रदेश नही देख रहा है। इससे पहले भी चुनाव आपने देखे होगे। जिसमें जिला पंचायत का आपने देखा कैसे भागते रहे जिला पंचायत चुनाव सदस्य उनकी कीमत लगाती रही। ब्लाक प्रमुखी का चुनाव देखा जहा पर्चे तक भी नही भरने दिये। बगल का जिला लखीमपुर जहां महिलाओं के साथ क्या व्यवहार हुआ था। उसके बाद एम.एल.सी. का चुनाव हुआ उसमें भी आपने देखा कि जिलाधिकारी और कप्तान दोनो मिलकर चुनाव लड़ा रहे है और पूरा प्रशासन लगा रहा, और क्या उम्मीद करते हो। भाजपा सरकार का काम करने का तरीका यही है कि जो मतदान अपनी इच्छा से देना चाहेगा वह भी नही डाल पायेगा।