Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

‘उत्तर प्रदेश-2’ कर दीजिए उत्तराखंड का नाम, भाजपा सरकार पर अखिलेश ने कसा तंज

Akhilesh Yadav

Akhilesh Yadav

लखनऊ। समाजवादी पार्टी के मुखिया अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने उत्तराखंड सरकार द्वारा कई जगहों के नाम बदले जाने पर तंज कसा। उन्होंने कहा कि उत्तराखंड का नाम अब उत्तर प्रदेश-2 कर दीजिए। यूपी का नाम भी उत्तराखंड से जोड़ दीजिए। दरअसल, पूर्व में उत्तर प्रदेश में भी कई जगहों/रेलवे स्टेशनों/जिलों का नाम बदला जा चुका है।

अखिलेश (Akhilesh Yadav) के इस बयान पर उत्तराखंड बीजेपी के अध्यक्ष महेंद्र भट्ट ने कहा कि नाम बदलने की जो घोषणा की गई है, वह यहां की जन भावनाओं को ध्यान में रखते हुए की गई है। परिस्थितियों के अनुसार अनेक जगहों के नाम बदले हैं। अखिलेश यादव की पार्टी कभी भी उत्तराखंड राज्य के पक्ष में नहीं थी और आज भी उन्होंने यह बात बोलकर उत्तराखंड के प्रति अपना दृष्टिकोण जाहिर किया है।

वहीं, सीएम योगी आदित्यनाथ के महाकुंभ और सड़क पर नमाज वाले बयान पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा कि ये लोग कहते हैं कि कुंभ में 66 करोड़ लोग आए, अगर 66 करोड़ लोगों को गिन सकते हैं, तो उन हिंदुओं के बारे में भी बताएं कि कितने हिंदू खो गए भगदड़ में। कितने हिंदू मारे गए कुंभ में। उनकी भी गिनती बताएं।

अखिलेश (Akhilesh Yadav)  ने आगे कहा कि आखिर कुंभ में मची भगदड़ का सीसीटीवी कहां है? लोगों को सुविधा क्यों नहीं दे पाए। ये सड़क पर नमाज की बात नहीं है। ईद पर जब मैंने अधिकारी से पूछा कि मुझे क्यों नहीं जाने दे रहे हो कार्यक्रम में तो अधिकारी के पास कोई जवाब नहीं था। पूर्व सीएम को रोक दिया ताकि ईद पर हम लोग न जा पाएं। हिंदू जाग गए है इसलिए ईद पर अब BJP के लोग किट बांट रहे हैं। इनको तुष्टिकरण करना है। अभी तक हिंदू को गुमराह करते थे, अब मुसलमानों को गुमराह करना चाह रहे हैं। बीजेपी का वोट बैंक खिसक गया है।

हिंदुओं से सीखें धार्मिक अनुशासन… सड़क पर नमाज न पढ़ने को लेकर सीएम योगी आदित्यनाथ की सलाह

वहीं, वक्फ बिल पर अखिलेश यादव ने दो टूक कहा कि हम इस बिल के खिलाफ हैं। क्योंकि बीजेपी हर जगह अपना कंट्रोल चाहती है। ये संविधान के खिलाफ़ है। अखिलेश ने कहा, “देश की अधिकांश पार्टियां इस विधेयक के खिलाफ हैं। राजनीतिक दल इसका विरोध करेंगे। समाजवादी पार्टी भी इस विधेयक के खिलाफ है। हम संसद में इसका विरोध करेंगे।”

Exit mobile version