मुंबई/लखनऊ। महाराष्ट्र विधानसभा चुनाव में महाविकास अघाड़ी के प्रमुख दल कांग्रेस, शिवसेना (यूबीटी) और एनसीपी (शरद पवार) के बीच 85-85 सीटों पर चुनाव लड़ने को लेकर सहमति बनी है, लेकिन विपक्षी गठबंधन ने 33 सीटों पर अभी फैसला नहीं लिया है। हालांकि कांग्रेस ने 87 सीटों पर अपने उम्मीदवार उतार दिए हैं। इसी बीच समाजवादी पार्टी के राष्ट्रीय अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने एमवीए से सीट न मिलने की स्थिति में अकेले चुनाव लड़ने की बात कही है। अखिलेश ने कहा कि राजनीति में कुर्बानी के लिए कोई जगह नहीं है।
दरअसल, अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) इंडिया गठबंधन के तहत महाराष्ट्र में एमवीए से कुछ सीटें चाहते हैं, लेकिन विपक्षी गठबंधन की ओर से इस पर अभी तक कोई टिप्पणी नहीं की गयी है। इस बीच दिल्ली में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष ने रविवार को दो टूक कहा, “समाजवादी पार्टी के प्रदेश (महाराष्ट्र) अध्यक्ष फैसला करेंगे।
पहले हम गठबंधन में रहने की कोशिश करेंगे। लेकिन अगर वे (एमवीए) हमें गठबंधन में नहीं रखेंगे, तो हम उन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे जहां हमें वोट मिलेंगे या जहां हमारा संगठन काम कर रहा है। हम उन सीटों पर चुनाव लड़ेंगे, जिनसे गठबंधन को नुकसान नहीं होगा। राजनीति में कुर्बानी के लिए कोई जगह नहीं है।” सूत्रों की मानें तो महाराष्ट्र में समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष अबू आजमी ने साफ कहा है कि हम चुनाव लड़ेंगे। पार्टी महाराष्ट्र में एमवीए से 12 सीटें मांग रही है।
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बता दें कि समाजवादी पार्टी ने महाराष्ट्र में महाविकास अघाड़ी से पांच सीटें- धुले सिटी, भिवंडी पूर्व, मानखुर्द, भिवंडी पश्चिम और मालेगांव सेंट्रल सीट मांगी थी। लेकिन, शिवसेना (यूबीटी) ने धुले सिटी से अनिल कोटे, कांग्रेस ने मालेगांव सेंट्रल से एजाज बेग और भिवंडी पश्चिम से दयानंद मोतीराम को प्रत्याशी घोषित कर दिया।
ऐसे में अखिलेश (Akhilesh Yadav) की पार्टी ने जिन सीटों पर दावा ठोका था, उनमें से सिर्फ भिवंडी पूर्व और मानखुर्द पर एमवीए ने उम्मीदवार नहीं उतारा है। ऐसे में समाजवादी पार्टी के गठबंधन से बाहर होने के पूरे आसार नजर आ रहे हैं।