लखनऊ। सपा अध्यक्ष अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने गुरुवार को लोकसभा चुनाव को लेकर बड़ा ऐलान कर दिया। उन्होंने कहा कि वह कन्नौज से 2024 का चुनाव लड़ेंगे। डिंपल यादव को मैनपुरी से उपचुनाव से उतारे जाने के बाद कन्नौज सीट को लेकर एक सवाल पर अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने कहा- खाली बैठा हूं क्या करूंगा… चुनावी तो लड़ लूंगा। हमारा काम ही है चुनाव लड़ना है। उन्होंने कहा कि जहां से पहली बार चुनाव लड़ा था, वहीं से लड़ लूंगा। वैसे पार्टी ही तय करेगी कि चुनाव में क्या करना है। डिंपल यादव कन्नौज सीट से सांसद रह चुकी हैं।
कन्नौज से 2000 में चुने गए थे सांसद
अखिलेश यादव (Akhilesh Yadav) ने अपना राजनीतिक सफर कन्नौज लोकसभा सीट से किया था, जहां से साल 2000 में उपचुनाव में सासंद चुने गए थे। इसके बाद 2004 में दोबारा और 2009 में तीसरी बार लोकसभा सांसद चुने गए थे। साल 2012 में उत्तर प्रदेश के मुख्यमंत्री बन गए थे, जिसके बाद कन्नौज लोकसभा सीट से इस्तीफा दे दिया था। कन्नौज सीट से अखिलेश की पत्नी डिंपल यादव 2012 में निर्विरोध सांसद चुनी गई थीं और 2014 में दोबारा से जीत दर्ज की, लेकिन 2019 के चुनाव में बीजेपी ने इस सीट को सपा के हाथों से छीन लिया था।
2017 में सत्ता गंवाने और 2022 के चुनाव में मिली हार के बाद सपा प्रमुख अखिलेश यादव फिलहाल मैनपुरी में अपने पिता मुलायम सिंह यादव की विरासत को बचाने के लिए जद्दोजहद कर रहे हैं। मैनपुरी सीट से अखिलेश यादव की पत्नी डिंपल यादव चुनाव लड़ रही हैं, जिनके खिलाफ बीजेपी के पूर्व सांसद रघुराज शाक्य मैदान में उतरे हैं। सपा और अखिलेश के लिए मैनपुरी के किले को बचाने की चुनौती है, जिसके चलते मुलायम कुनबा पूरी तरह से एकजुट हो चुका है।
कन्नौज लोकसभा सीट को बीजेपी के हाथों से 2024 के चुनाव में छीनने के लिए खुद मैदान में एक बार फिर से उतरने का ऐलान कर दिया है। 2019 में कन्नौज संसदीय सीट को बीजेपी के सुब्रत पाठक ने डिंपल यादव को हराकर कमल खिलाया था, जिसे दोबारा से हासिल करने के लिए अखिलेश मैदान ने खुद रण में उतरने का ऐलान किया है।
मालूम हो कि सपा संरक्षक मुलायम सिंह यादव के निधन के बाद खाली हुई मैनपुरी सीट पर उपचुनाव होना है। इस बार इस सीट पर सपा ने डिंपल यादव को प्रत्याशी बनाया है। डिंपल यादव के लिए अखिलेश, शिवपाल समेत समाजवादी पार्टी के 40 नेता चुनाव प्रचार में लगाए गए हैं।