लखनऊ। समाजवादी पार्टी के अध्यक्ष व पूर्व मुख्यमंत्री अखिलेश यादव ने बुधवार को भारतीय जनता पार्टी पर बड़ा आरोप लगाया है। उन्होंने कहा कि बीजेपी मीठी मीठी बातें करके झूठ और कुप्रचार करती है। उन्होंने कहा कि साजिश रचने में भाजपा को महारत हासिल है, इसमें किसी को कोई संदेह नहीं है।
यादव ने बयान जारी कर कहा कि भाजपा और आरएसएस दोनों का चरित्र संदिग्ध पाया जाता है। इनकी कथनी और करनी में जमीन आसमान का अंतर पाया जाता है। कहने को बड़े-बड़े वादे, मीठी-मीठी बातें, लेकिन हकीकत में झूठ और कुप्रचार ही दिखाई देता है।
उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री को विपक्ष से शिकायतें ही शिकायतें हैं। हर समय उन्हें अपनी कुर्सी जाने का डर सताता है। कभी उन्हें कोई साजिश दिखती है तो कभी विपक्ष के पास विज़न न होने की शिकायत होती है। सच्चाई इसके उलट है। साजिश रचने में भाजपा की महारत में तनिक भी किसी को संदेह नहीं। अफवाहबाजी में उनका जवाब नहीं है। रही बात विजन की तो भाजपा का विजन साफ है, समाज को बांटना और नफरत पैदाकर सामाजिक सद्भाव को नष्ट करना है।
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यादव ने कहा कि मुख्यमंत्री को इधर-उधर की बहानेबाजी छोड़कर बताना चाहिए कि उत्तर प्रदेश साढ़े तीन वर्षों में तबाही के रास्ते पर क्यों चला गया? मुख्यमंत्री न तो किसानों-नौजवानों का हित कर पाए हैं और नहीं बहू-बेटियों की इज्जत बचा पाते हैं। हर तरह से असफल भाजपा सरकार प्रदेश की जनता पर भार बन गई है।
उन्होंने कहा कि उत्तर प्रदेश में सरकारी झूठ का ताजा नमूना है कि अच्छी क्वालिटी के धान का अधिकतम सरकारी रेट 1888 रूपये प्रतिकुंतल निर्धारित है। जबकि किसान 1000 से लेकर 1300 रूपए प्रति कुंतल तक बेचने को मजबूर हैं। किसान की दुगनी आय का यही तरीका है। किसान को अगली फसल बोने के लिए खाद, बीज, डीजल, कीटनाशक की जरूरत पर कर्ज लेना ही होगा।