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एकेटीयू का दीक्षांत : राज्यपाल आनंदीबेन पटेल बोलीं, सीमित संसाधनों के बीच कोरोना पर पाया काबू

एकेटीयू का दीक्षांत AKTU convocation

एकेटीयू का दीक्षांत

लखनऊ। उत्तर प्रदेश की राज्यपाल व कुलाधिपति आनंदीबेन पटेल ने प्रदेश के सभी यूनिवर्सिटी और कॉलेज को कोरोना पर शोध करने बल दिया। उन्होंने शोधार्थियों से अपील की है कि वह कोरोना वायरस पर शोध करें। ताकि भविष्य में अगर ऐसी कोई बीमारी आती है तो उससे और बेहतर तरीके से निपटा जा सके।

यह बात शनिवार को राज्यपाल आनंदीबेन पटेल डॉ. एपीजे अब्दुल कलाम प्राविधिक विश्वविद्यालय एकेटीयू के 18 वें दीक्षांत समारोह को संबोधित करते हुए कही। उन्होंने कहा कि हमने कोरोना को लोगों की अपेक्षा के विपरीत हराया है। लोग कहते थे कि ठंड में संक्रमण और बढ़ेगा, लेकिन हमने सीमित संसाधनों के बीच कोरोना पर काबू पाया।

उन्होंने यूनिवर्सिटी के स्तर पर स्वयं सहायता समूहों की भूमिका पर भी शोध किए जाने की नसीहत दी है। उन्होंने कहा कि स्वयं सहायता समूह महिलाओं को आगे बढ़ाने और उनके विकास में बहुत उपयोगी रहे हैं। पहले महिलाएं जो घर मे खुलकर नहीं बोल पाती थीं वह आज सबके सामने अपनी बात रख रही हैं। उनकी भूमिका पर शोध करें और उनके बारे में पढ़ें। राज्यपाल ने कहा कि बच्चों को समय-समय पर जेल और अस्पताल का भी भ्रमण करना चाहिए। जेल में लोगों के अनुभव उन्हें भविष्य में कुछ गलत न करने के लिए प्रेरित करेंगे।

गांव देश के पैर हैं और उनको मजबूत करें युवा : अनिल जोशी

दीक्षांत समारोह के मुख्य अतिथि पद्मश्री, पद्मभूषण पर्यावरणविद अनिल प्रकाश जोशी ने युवाओं से आह्वान किया है कि वे गांवों की तरफ ध्यान दें। उन्होंने कहा कि गांव देश के पैर हैं और उनको मजबूत करें। उन्होंने कहा कि आज इनक्लूसिव ग्रोथ की जरूरत है। शहर की ओर पलायन एक दिन विस्फोट का कारण बनेगा। कोरोना में सबको अपना गांव ही सुरक्षित लगा था।

ठंड में धड़ल्ले ले जलाई जा रही पॉलीथीन, जानलेवा स्तर पर पहुंचा प्रदूषण

उन्होंने कहा कि विज्ञान पश्चिम का नहीं पूरब का ही सर्वोपरि होता है। यह सोचना और जानना होगा। अनिल प्रकाश जोशी ने कहा कि हमें जल, जंगल और जमीन के संरक्षण के लिए संवेदनशील होना पड़ेगा। यदि हमें स्वस्थ जीवन चाहिए तो पर्यावरण के स्वास्थ्य के लिए भी कार्य करना पड़ेगा। समारोह में 90 पीएचडी छात्र-छात्राओं को उपाधि प्रदान दी गई। कुल 65 मेधावियों को स्वर्ण, रजत और कांस्य पदक प्रदान किया गया।

इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की बीटेक की छात्रा सृष्टि सिंह को कुलाधिपति स्वर्ण पदक प्रदान किया गया। साथ ही इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन की बीटेक की छात्रा ऋतू वर्मा को कमल रानी मेडल प्रदान किया गया। इस दौरान 55181 छात्र-छात्राओं को विभिन्न पाठ्यक्रमों में उपाधि प्रदान की गई।

एकेटीयू के पूर्व छात्र नीरज सरन श्रीवास्तव को डिस्टेंगविस एल्युमिनाई अवार्ड प्रदान किया गया। नीरज सरन श्रीवास्तव ने एकेटीयू से सम्बद्ध संस्थान एकेजीईसी, गाजियाबाद से 2005 से 2009 बैच में इलेक्ट्रॉनिक्स एंड कम्युनिकेशन में बीटेक की पढ़ाई कर वर्ष 2009 में विवि से उपाधि प्राप्त की। वर्तमान में नीरज सरन टोरन्टो, यूएसए में डीटीएल लैब्स के को-फाउंडर व सीटीओ हैं।

75 प्रतिशत डिग्री छात्रों के नाम

दीक्षांत समारोह में कुल 55182 छात्र छात्राओं को डिग्रियां बांटी गई। 75 फीसदी डिग्री छात्रों को मिली। वहीं, 14,001 छात्राओं को डिग्री मिली। हालांकि संख्या कम होने के बावजूद भी मेडल लिस्ट में बेटियों की संख्या ज्यादा रही है। 60 प्रतिशत मेडल बेटियों के नाम रहे हैं।

दीक्षांत समारोह में ये भी कार्यक्रम हुए

समारोह में प्रदेश की राज्यपाल आनंदी बेन पटेल, कुलपति प्रो. विनय कुमार पाठक, प्रमुख सचिव प्राविधिक शिक्षा राधा एस चौहान, कुलसचिव नन्द लाल सिंह, प्रति कुलपति प्रो. विनीत कंसल, विद्या परिषद एवं कार्य परिषद के सदस्य तथा डीन उपस्थित थे।

 

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