बीजिंग। करीब दो महीने से जैक मा की कोई खबर नहीं है। इसी बीच चीनी मीडिया से खबर आई है कि वह सरकारी एजेंसियों की निगरानी में हैं। जैक मा ने देश के ‘ब्याजखोर’ वित्तीय नियामकों और सरकारी बैंकों की पिछले साल अक्टूबर में शंघाई में दिए भाषण में कड़ी आलोचना की थी। दुनियाभर में करोड़ों लोगों के आदर्श रहे जैक मा ने सरकार से आह्वान किया था कि ऐसे सिस्टम में बदलाव किया जाए जो ‘बिजनस में नई चीजें शुरू करने के प्रयास को दबाने’ का प्रयास करे।
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वैश्विक बैंकिंग नियमों को ‘बुजुर्गों लोगों का क्लब’ करार दिया था। इस भाषण के बाद चीन की सत्तारूढ़ कम्युनिस्ट पार्टी भड़क उठी। जैक मा की आलोचना को कम्युनिस्ट पार्टी पर हमले के रूप में लिया गया। इसके बाद जैक मा के दुर्दिन शुरू हो गए और उनके बिजनस के खिलाफ असाधारण प्रतिबंध लगाया जाना शुरू कर दिया गया। ऐसे में कयास लगाए जा रहे हैं कि या तो वह गिरफ्तार हो चुके हैं या फिर उन्हें नजरबंद कर के कहीं रखा गया है। जैक मा की गिरफ्तारी का कयास लगाए जाने की सबसे बड़ी वजह खुद चीन का रवैया है।
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ऐसे मौके पर जब जैक मा लापता हैं, तब अलीबाबा का ये कहना कि वह अपना म्यूजिक बिजनस बंद कर रही है, लोगों को ये भी जैक मा और शी जिनपिंग के विवाद की वजह लग रहा है। बता दें कंपनी अगले महीने 5 फरवरी से अपना म्यूजिक स्ट्रीमिंग प्लेटफॉर्म Xiami Music बंद करने जा रही है। इसकी घोषणा कंपनी ने वीबो अकाउंट पर की थी। कंपनी ने 2013 में इस ऑनलाइन म्यूजिक ऐप का अधिग्रहण किया था और अभी कंपनी के पास पूरे चीन का सिर्फ 2 फीसदी म्यूजिक मार्केट है।