दक्षिण अफ्रीका में भारत से आए मालवाहक पोत के चालक दल के 14 सदस्य कोरोना वायरस से संक्रमित पाए गए हैं। यह मालवाहक पोत भारत से दक्षिण अफ्रीका के डरबन आया। दक्षिण अफ्रीका की ‘ट्रांसनेट नेशनल पोर्ट अथॉरिटी’ने इस बात की जानकारी दी। ट्रांसनेट के एक प्रवक्ता ने बताया कि मालवाहक जहाज पर तैनात एक चीफ इंजीनियर की मौत कोविड-19 से नहीं, बल्कि दिल का दौरा पड़ने से हुई है।
रविवार को यह जहाज डरबन पहुंचा, जिसके बाद चालक दल के सभी 14 सदस्यों की जांच की गई जिसमें सभी संक्रमित पाए गए। चालक दल के सभी सदस्यों को पृथक-वास में रखा गया है और उनके संपर्क में आए लोगों का पता लगाया जा रहा है।
ट्रांसनेट ने मंगलवार को एक वक्तव्य जारी कर कहा, ‘पूरे जहाज को पृथक-वास में रखा गया है और किसी को भी जहाज से बाहर जाने अथवा प्रवेश करने की अनुमति नहीं दी गई है। यह कंपनी की जिम्मेदारी है कि इस पोत के संपर्क में आने वाले लोगों का पता लगाया जाए।’
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बंदरगाह के एक वरिष्ठ अधिकारी ने अपनी पहचान गुप्त रखे जाने की शर्त पर बताया कि पोत पर कम से कम 200 कर्मचारी काम कर रहे थे और रविवार शाम से ही जहाज से करीब तीन हजार टन चावल उतारने का काम किया जा रहा था। चावल 50-50 किलोग्राम की बोरियों में भरा हुआ था. इस खबर के कारण आशंका पैदा हो गई है कि भारत में कोरोना वायरस की भयावह लहर के लिए जिम्मेदार वायरस का बी.1.617 स्वरूप दक्षिण अफ्रीका में भी पहुंच चुका है।
दक्षिण अफ्रीका के स्वास्थ्य मंत्री ज्वेली मखिजे ने लोगों को आश्वासन दिया है कि जहाज के संपर्क में आने वाले सभी लोगों की पहचान की जा रही है। उन्होंने कहा कि भारत से आने वाली सीधी उड़ानों पर पहले ही प्रतिबंध लगाया जा चुका है।