पटना। कोरोना महामारी के बाद बंद किए गए बिहार के स्कूल फिर से खुलने को तैयार हैं। बिहार सरकार ने 28 सितंबर से स्कूलों को खोलने का फैसला किया है। सरकार के इस फैसले के तहत सप्ताह में बच्चों को दो ही दिन स्कूल आना होगा। इस दौरान 50 फीसदी टीचिंग और नॉन टीचिंग स्टाफ भी स्कूल में आएंगे। सरकार का यह आदेश निजी और सरकारी दोनों स्कूलों पर लागू होगा।
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इस फैसले के तहत 30 फीसदी बच्चे ही रोज स्कूल आ सकेंगे। इस व्यवस्था के तहत 9वीं से 12वीं क्लास के बच्चे ही विद्यालय में अध्ययन कर सकेंगे। स्कूलों को खोलने को लेकर जो गाइडलाइन सरकार द्वारा जारी किए गए हैं। उस आदेश के मुताबिक 9वीं से 12वीं तक का एक बच्चा सप्ताह में सिर्फ दो ही दिन स्कूल जा सकता है।
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बिहार सरकार के इस फैसले के तहत केंद्र सरकार की ओर से जारी एसओपी का पालन करते हुए स्कूल जाने की अनुमति होगी। केंद्र सरकार की ओर से जारी अनलॉक-4 में 9वीं से 12वीं तक के बच्चों को 21 सितंबर से स्कूल जाने की अनुमति दी गई थी।
स्कूल जाने वाले छात्रों और शिक्षकों को जिन गाइडलाइन का पालन करना होगा उनमें सोशल डिस्टेंसिंग सबसे अहम हैं। इसके अलावा प्रैक्टिकल क्लास भी अभी नहीं होंगे। स्कूल में बच्चों को मास्क लगाकर ही रहना होगा, सैनिटाइजर भी साथ में रखना होगा। स्कूल प्रबंधन द्वारा कोरोना को देखते हुए कई तरह की एहतियात बरती जा रही हैं, जिनमें साफ-सफाई से लेकर आक्सीजन लेवल जांचने के लिए आक्सीमीटर तक की व्यवस्था होगी।
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बता दें कि बिहार में 14 मार्च से स्कूल-कॉलेज समेत सभी शैक्षणिक संस्थान बंद हैं। मंगलवार को बिहार सरकार के शिक्षा विभाग के प्रधान सचिव संजय कुमार ने एक अहम बैठक बुलाई थी। इस बैठक में यह फैसला लिया है।