प्रयागराज| इलाहाबाद विश्वविद्यालय को दस माह से कार्यवाहक कुलपति ही चला रहे हैं। इस अवधि में तीन वरिष्ठ प्रोफेसरों ने कुलपति की जिम्मेदारी निभाई है। नियमित कुलपति जल्द मिलने की उम्मीद है। नियमित कुलपति की नियुक्ति के लिए कवायद तेज हो गई है। इविवि के विजिटर यानी राष्ट्रपति रामनाथ कोविंद नए कुलपति के नाम पर जल्द मुहर लगा सकते हैं।
राजस्थान में असिस्टेंट प्रोफेसर की 900 से ज्यादा भर्तियां
दरअसल, इविवि के पूर्व कुलपति प्रोफेसर रतन लाल हांगलू ने 31 दिसंबर 2019 को पद से इस्तीफा दे दिया था। एक जनवरी 2020 को प्रो. केएस मिश्र ने बतौर कार्यवाहक कुलपति इविवि की कमान संभाली। 14 जनवरी की देर शाम प्रो. पीके साहू फिर 15 जनवरी को प्रो. आरआर तिवारी को यह दायित्व सौंपा गया।
इसके बाद मंत्रालय ने विज्ञापन जारी कर स्थायी कुलपति के लिए आवेदन मागे। नियत तिथि 21 फरवरी तक देशभर से 413 शिक्षाविदों ने आवेदन किए। स्क्रीनिंग के बाद 15 शिक्षकों को साक्षात्कार के लिए आमंत्रित किया गया। 21 से 25 अगस्त तक चलने वाली साक्षात्कार की प्रक्रिया में इविवि से जुड़े पांच शिक्षक भी शामिल हैं। इंटरव्यू के बाद पैनल ने पांच नामों को मंत्रालय को भेज दिया था। इनमें से तीन नाम इविवि से जुड़े हैं।