लखनऊ। उत्तर प्रदेश के सूक्ष्म, लघु एवं मध्यम उद्यम (MSME) मंत्री राकेश सचान (Rakesh Sachan) को बड़ा झटका लगा है। मंत्री राकेश सचान को आवंटित 72 भूखंड निरस्त किए गए हैं। इसके साथ ही फतेहपुर उद्योग विभाग के अफसरों पर कार्रवाई होगी। मंत्री राकेश सचान को 11 साल पहले आवंटित भूखंड निरस्त किए गए हैं। तत्कालीन 5 अफसरों पर कार्रवाई के भी निर्देश दिए गए हैं। फतेहपुर के लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह की शिकायत के बाद बड़ी कार्रवाई हुई है।
बता दें कि प्रारंभिक जांच में इन अफसरों की भूमिका संदिग्ध मिली है। 11 साल पहले आवंटित भूमि पर उद्योग नहीं लगे। इन भूखंडो को अभिनव सेवा संस्थान के नाम पर मंत्री राकेश सचान (Rakesh Sachan) के नाम आवंटन किया गया था। राकेश सचान ने 72 भूखंड अपने नाम कराया था, जिसमें अभिनव शिक्षा संस्थान व सीमा शिक्षा संस्थान के नाम औद्योगिक आस्थान सुधवापुर में 40 और औद्योगिक आस्थान चकहाता में 32 भूखंड की भूमि का आवंटन किया गया था। इन दोनों संस्थानों के प्रबंधक राकेश सचान ही है और सबसे बड़ी बात यह है कि आवंटन के बाद सभी भूखंड खाली हैं।
गौरतलब है कि MSME मंत्री राकेश सचान (Rakesh Sachan) के नाम पर 72 प्लॉटों का आवंटन किया गया था। ये सभी आवंटन साल 2012-13 के थे। आवंटन के लिए 10% की सिक्योरिटी मनी भी अब तक जमा नहीं हुई थी। लघु उद्योग भारती के अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने इस मामले की शिकायत के बाद बड़ी कार्रवाई हुई है। सत्येंद्र सिंह ने कानपुर में निदेशक उद्योग को लिखित शिकायत दी थी। वहीं मामले पर MSME मंत्री राकेश सचान ने कहा था अपने नाम दर्ज औद्योगिक प्लॉट कैंसल करवाएंगे।
बता दें कि जिले में उद्यमी अपना उद्योग लगाना चाहते हैं लेकिन उन्हें जमीन नहीं मिल रही है। ऐसे में जिले का औद्योगिक विकास प्रभावित हो रहा है। इसके लिए लघु उद्योग भारती के जिला अध्यक्ष सत्येंद्र सिंह ने उद्योग आयुक्त एवं निदेशक को मामले में पत्र लिख कर औद्योगिक रोजगार को गति देने के लिए मामले से अवगत कराया।
जिले में यूपीएसआईडीसी के 8 क्षेत्रों में 367 भूखंड हैं और 102 इकाइयां हैं, जिनमें 31 इकाइयां सक्रिय हैं और 71 इकाइयां निष्क्रिय हैं। ऐसे में बहुत से प्लाट ऐसे हैं जहां एक भी इकाई नहीं लगी है और आवंटियों ने जमीन पर कब्जा कर रखा है।