जनपद बांदा के बहुचर्चित अमन त्रिपाठी हत्याकांड का हमीरपुर क्राइम ब्रांच ने खुलासा करते हुए हत्याकांड में शामिल मृतक अमन के 08 नाबालिग साथियों को गिरफ्तार किया गया है। हत्याकांड की सीबीआई जांच की मांग को लेकर मृतक के माता पिता द्वारा पिछले 03 दिनों से अशोक लाट में अनशन किया जा रहा है।
गुरुवार को हमीरपुर क्राइम ब्रांच के क्षेत्राधिकारी सदर विवेक यादव ने इस हत्याकांड का खुलासा करते हुए बताया कि इस मामले की विवेचना शुरू में बांदा पुलिस द्वारा की गई। बाद में वादी की मांग पर यह जांच हमीरपुर क्राइम ब्रांच को स्थानांतरित की गई थी।जिसके तहत नए सिरे से विवेचना की गई। क्राइम रीक्रिएशन भी कराया और इसके बाद इसमें धारा 304, 201,109 और 34 एक्ट के तहत अपराध कारित पाया गया और इस सिलसिले में सम्राट और उसके साथ साथियों को गिरफ्तार किया गया। चूंकि सभी आरोपी नाबालिग है इसलिए उनका नाम नहीं दिया जा रहा है।
शहर के बंगाली पुरा निवासी भाजपा नेता संजय त्रिपाठी के 14 वर्षीय पुत्र अमन का शव कनवारा गांव के पास केन नदी में 11 अक्टूबर को मिला था। वह दोस्तों के साथ बर्थडे पार्टी में शामिल होने की बात कहकर घर से निकला था। 12 अक्टूबर को पिता संजय ने शहर कोतवाली में हत्या की रिपोर्ट दर्ज कराई थी, हालांकि पुलिस इसे डूब कर मरने की घटना बताती रही।
तब अमन के माता पिता की मांग पर पुलिस महानिरीक्षक ने हमीरपुर क्राइम ब्रांच को जांच सौंपी थी। इस बीच जांच में पोस्टमार्टम रिपोर्ट में तमाम गड़बड़ी पाई गई थी। तब पिता ने पोस्टमार्टम रिपोर्ट व मेडिको लीगल सेल की जांच में हेराफेरी करने का आरोप लगाया था।
उन्होंने इस मामले की जांच सीबीआई से कराने की मांग को लेकर 23 नवम्बर को अशोक लाट पर बेटे की अस्थियां रखकर अनशन शुरू कर दिया था। जिससे सत्ता पक्ष में खलबली मच गई।
इधर, अनशन में बैठे मृतक अमन के माता-पिता के समर्थन में सभी राजनीतिक दल व अन्य संगठन भी सामने आ गए और हत्याकांड को दबाने के लिए सत्ता पक्ष पर आरोप लगाने लगे, जिससे सत्ता पक्ष दबाव में आया और आनन-फानन में जांच में तेजी लाते हुए हत्याकांड में शामिल आठ आरोपी नाबालिग छात्राओं को पुलिस द्वारा गिरफ्तार किया गया।