नई दिल्ली। अमेरिका ने चीनी कंपनियों पर यह प्रतिबंध चीन के शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिम समुदायों के लोगों से अमानवीय व्यवहार के चलते लगाया है।
अमेरिका ने उइगर मुस्लिम समुदायों की महिलाओं के साथ हो रहे अमानवीय व्यवहार के चलते 11 कंपनियों पर व्यापारिक प्रतिबंध लगा दिए है। अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने चीन के 11 कंपनियों पर बैन लगाने का कारण शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिम समुदायों के लोगों से अमानवीय व्यवहार बताया है।
चीन के पश्चिम में शिनजियांग प्रांत में उइगर मुस्लिम महिलाओं की जनसंख्या नियंत्रण के लिए कम्युनिस्ट सरकार जबरदस्ती नसबंदी कार्यक्रम चला रही है। चीन में उइगर मुस्लिम समुदाय समेत 10 लाख लोग हिरासत में ले लिए गए हैं।
टैक्टाइल्स और सरकारी कंपनियों पर बैन लगाया
अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने बताया कि चीनी कंपनियां उइगर व अन्य मुस्लिम समुदाय के लोगों से बलपूर्वक काम लेती हैं। अमेरिका द्वारा प्रतिबंध इन 11 चीनी कंपनियों में टैक्सटाइल्स कंपनियां और दो सरकारी कंपनियां भी शामिल हैं।
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अमेरिका और चीन के बीच बढ़ी लगातार कड़वाहट
अमेरिका और चीन के संबंधों में कड़वाहट लगातार बढ़ती जा रही है। दोनों देशों के बीच कोरोना वायरस के संक्रमण की जानकारी चीन के छिपाने, एशिया में भारत समेत कई देशों के साथ आक्रामक रवैया अख्तियार करने और अब चीन में उइगर मुस्लिम आबादी के साथ अमानवीय व्यवहारों के संबंधों में खटास बढ़ती जा रही है। इन वजहों से ट्रंप सरकार ने चीन के चार अधिकारियों पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। इसके जवाबी कार्रवाई में बीजिंग ने उसके मानवाधिकार रिकॉर्ड का विरोध करने वाले अमेरिका के चार सीनेटरों पर जुर्माना लगाने की घोषणा की है।
अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने कहा कि प्रतिबंधित सूची में डाले जाने से इन 11 कंपनियों की अमेरिकी सामान और प्रौद्योगिकी तक पहुंच सीमित होगी। हालांकि, विभाग ने इस बात की जानकारी नहीं दी कि इससे किन वस्तुओं पर प्रभाव पड़ेगा। अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने एक बयान में कहा कि यह प्रतिबंध सुनिश्चित करेंगे कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी वहां के असहाय मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अमेरिकी सामान और प्रौद्योगिकी का उपयोग न कर सके।
अमेरिका और चीन के संबंधों में गिरावट के कारणों में मानवाधिकार, व्यापार और प्रौद्योगिकी के साथ-साथ शिनजियांग क्षेत्र का मु्द्दा भी शामिल है। अमेरिका की डोनाल्ड ट्रंप सरकार ने इन आरोपों के चलते चीन के चार अधिकारियों पर भी प्रतिबंध लगाए हैं। वहीं जवाबी कार्रवाई में बीजिंग ने उसके मानवाधिकार रिकॉर्ड का विरोध करने वाले अमेरिका के चार सीनेटरों पर जुर्माना लगाने की घोषणा की है।
अमेरिका के वाणिज्य विभाग ने कहा कि प्रतिबंधित सूची में डाले जाने से इन 11 कंपनियों की अमेरिकी सामान और प्रौद्योगिकी तक पहुंच सीमित होगी। हालांकि, विभाग ने इस बात की जानकारी नहीं दी कि इससे किन सामानों पर प्रभाव पड़ेगा। अमेरिका के वाणिज्य मंत्री विल्बर रॉस ने एक बयान में कहा कि यह प्रतिबंध सुनिश्चित करेंगे कि चीन की कम्युनिस्ट पार्टी वहां के असहाय मुस्लिम अल्पसंख्यकों के खिलाफ अमेरिकी सामान और प्रौद्योगिकी का उपयोग न कर सके।