Site icon 24 GhanteOnline | News in Hindi | Latest हिंदी न्यूज़

अमेरीकन कंपनी कसे लाखों ठगने वाले जालसाज गिरफ्तार, भेजा जेल

fraudster arrested

fraudster arrested

लखनऊ। मास्क की खरीद-फरोस्त के नाम पर अमेरिकन कंपनी को ठगने वाले जालसाज को हजरतगंंज पुलिस ने गिर तार किया है। आरोपित ने गूगल के माध्यम से अमेरिका की डिवाइसेज कंपनी को डेढ़ करोड़ रुपये के मास्क देने का दावा कर एर्गीमेंट किया था।

थाना प्रभारी ने बताया कि अमेरिकन कंपनी डिवाइसेस कंपनी के सीईओ स्टीव चैनानी ने आरोपित के खिलाफ नामजद रिपोर्ट दर्ज कराई थी। बुधवार को मुखबिर की सूचना पर पुलिस टीम ने आरोपित की गिरफ्तारी के लिए इलाके में पहले से ही घेराबन्दी कर ली थी। कुछ ही देर में मौके पर आरोपित पहुंच गया। इलाके में भारी पुलिस बल देखकर आरोपित भागने लगा। इस पर पुलिस टीम ने आरोपित को दौड़ाकर दबोच लिया। पूछताछ में आरोपित ने अपना नाम आईआईएम रोड निवासी अभय सिंह बताया है। पुलिस के मुताबिक आरोपित मूल रूप से ग्राम मानेपुर गोहरारी होरारी फतेहपुर का रहने वाला है। आरोपित से अन्य जानकारियां हांसिल कर पुलिस ने उसे जेल रवाना किया है।

गूगल के जरिए सर्च करता था कंपनियां

थाना प्रभारी ने बताया कि जालसाज अभय सिंह कप्यूटर पर गूगल के जरिए विदेशी कपनी को सर्च करता था। सर्च के दौरान आरोपित ने अमेरिकन कपनी को सस्ते दामों पर एन95 मास्क सप्लाई करने का मेल भेजा था। कुछ ही दिनों बाद कपनी के सीईओ का रिटर्न आया था। दोनों के बीच बातचीत शुरू हो गई थी। जालसाज की बातों में आकर अमेरिकन कपनी ने उसे डेढ़ करोड़ के मास्क का आर्डर दिया था। जालसाज के कहने पर अमेरिकन कपनी ने उसे 42 लाख रुपये बतौर एडवांस दे दिए थे।

3 माह के दौरान आर्डर कंप्लीट करने का किया था दावा

थाना प्रभारी ने बताया कि अमेरिकन कपनी के सीईओ स्टीव चैनानी के मुताबिक जालसाज के कहने पर उन्होंने 42 लाख रुपये उसके एकाउण्ट में ट्रांसर्फर कर दिए थे। जालसाज ने महज 3 माह के भीतर आर्डर कपलीट करने का दावा किया था। 3 माह बीत जाने के बावजूद भी कपनी के पास मास्क न पहुंचने पर सीईओ को ठगी का एहसास हुआ था।

सीईओ ने जालसाज से बातचीत की तो वह कुछ न कुछ बहाना बता देता था। इस पर सीईओ ने जालसाज की कपनी की पड़ताल की थी। जिसमें पता चला कि आरोपित जालसाज है, उसकी कोई भी कपनी नहीं है। इस पर पीडि़त ने आरोपित के खिलाफ ऑनलाइन मुकदमा दर्र्ज कराया था।

Exit mobile version